नई दिल्ली: वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया के लोग पानी के लिए जल बोर्ड के टैंकरों पर निर्भर है. दरअसल दिल्ली में लगातार बढ़ती गर्मी से पानी का संकट गहराने लगा है. इसके चलते दिल्लीवासी पानी के बूंद-बूंद को मोहताज है. खासतौर पर उत्तरी दिल्ली के इलाके, जहां नौकरीपेशा भी अपने दफ्तर में बैठ कर घर में पानी होने या न होने की चिंता में लगे रहते हैं. पानी की यह परेशानी इस इलाके में करीब-करीब 6-7 साल बरकरार है.
बता दें कि वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया की आबादी काफी अधिक है, ऐसे में पानी की समस्या भी उतनी ही भीषण है. यहां के लोगों का कहना है कि कुछ साल पूर्व तक पानी की इतनी दिक्कत नहीं थी, लेकिन अब यहां पाइप लाइन में पानी आना बिलकुल ही बंद हो गया है. अगर जल बोर्ड के टैंकर नहीं हो, तो यहां गुजारा करना भी मुश्किल हो जाए.
यहां कई ऐसे भी लोग हैं जो 30-40 साल से वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में रह रहे हैं. एक ऐसे ही नौकरीपेशा शख्स ने बताया कि वह गुड़गांव में नौकरी करते हैं. उनके परिवार में कुल 7 लोग हैं, ऐसे में घर में पानी की उपयोगिता भी ज्यादा है. वह बताते हैं कि उन्हें नौकरी के वक्त भी घर में पानी की चिंता सताती रहती है. पानी की यह समस्या इतनी गंभीर है कि घर के हर एक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, क्योंकि अगर सभी पानी नहीं भरेंगे, तो पर्याप्त पानी घर में मौजूद नहीं होगा.
लोगों का कहना है कि पीने के पानी की समस्या इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है. स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इसे लेकर शिकायत भी दर्ज करवाई गई है, लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं होती. लोग बताते हैं कि टैंकर से पानी भरने का मंजर भी अपने आप में हैरान करने वाला होता है. लोग भूल जाते हैं कि वह एक-दूसरे के पड़ोसी हैं, पानी भरने के लिए एक-दूसरे से धक्का-मुक्की तक करने लगते हैं, क्योंकि अगर पानी न भरा जाएगा, तो पानी खरीदना पड़ेगा, जिससे घर का बजट हिल जाता है.