नई दिल्लीः स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड 2022 (Swachh Survekshan Awards 2022) की घोषणा कर दी गई है. इसमें लगातार छठवीं बार इंदौर नंबर वन पर तो राजधानी दिल्ली 9वें स्थान पर है. वहीं, दिल्ली से लगे नोएडा 11वें और गाजियाबाद 12वें नंबर पर है. हालांकि, यूपी में इसको पहला स्थान मिला है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार शाम नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आवास और शहरी विकास कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा आयोजित आज़ादी@75 स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 कार्यक्रम में सबसे स्वच्छ राज्यों और शहरों को सम्मानित किया.
160 से अधिक पुरस्कार दिए गए: पुरस्कार समारोह में केंद्रीय आवास और शहरी विकास कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्य मंत्री कौशल किशोर और देशभर के महापौर सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए. इस दौरान विभिन्न श्रेणियों में 160 से अधिक पुरस्कार दिए गए.
कार्यक्रम में राज्य और शहर के प्रशासक, क्षेत्रीय साझेदार, विषय विशेषज्ञों के साथ-साथ युवा संगठन, स्वच्छता कार्यकर्ता, उद्योग प्रतिनिधि, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र के स्टार्टअप, शैक्षणिक संस्थान, गैर-सरकारी संगठन और सीएसओ सहित लगभग 1,800 अतिथियों ने भागीदारी की. इस समारोह का सीधा प्रसारण देखने हेतु नागरिकों के लिए शहरों के प्रमुख स्थानों पर स्क्रीन भी लगाई गई.
बता दें, स्वच्छता सर्वेक्षण आज दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है. 2016 में इसे 73 शहरों में एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू किया गया था और अब 2022 में 4,355 से अधिक शहरों ने इसमें भाग लिया है. सर्वेक्षण की प्रगति का अध्ययन करने के लिए स्वच्छता अभियान (शहरी) कुछ स्वच्छता मानकों के आधार पर चलाया गया था।
टॉप 12 क्लीन सिटी
- इंदौर (मध्य प्रदेश)
- सूरत (गुजरात)
- नवी मुंबई (महाराष्ट्र)
- विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)
- विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश)
- भोपाल (मध्य प्रदेश)
- तिरुपति (आंध्र प्रदेश)
- मैसूर (कर्नाटक)
- नई दिल्ली (दिल्ली)
- अंबिकापुर (छत्तीसगढ़)
- नोएडा (उत्तर प्रदेश)
- गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
वहीं, 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में पूर्ववर्ती दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को 28वां, पूर्वी दिल्ली नगर निगम को को 34वां और उत्तरी दिल्ली नगर निगम को 37वां रैंक मिला है. इस बार कुल 45 अर्बन लोकल बॉडीज का सर्वे केंद्र सरकार के द्वारा स्वच्छता को लेकर किया गया था. दिल्ली में सभी पूर्ववर्ती निगमों ने पिछले वर्ष की तुलना में 2022 में अपनी रैंकिंग में सुधार किया है. दक्षिण दिल्ली निगम ने इस बार तीन अंकों का सुधार किया है. इसी तरह उत्तरी निगम में पिछले साल के 45वें रैंक से 8 अंकों का सुधार हुआ है. वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने भी पिछले साल के मुकाबले 6 अंकों का सुधार किया है.
स्वच्छता को लेकर चलाए थे कई अभियानः गंभीर वित्तीय संकट और सीमित संसाधनों के बावजूद, सभी पूर्ववर्ती नगर निगमों ने पिछले साल के सर्वेक्षण की तुलना में बेहतर रैंकिंग हासिल की है और सर्वेक्षण में भरपूर प्रयास किए. तीनों निगमों ने घर-घर जाकर कचरा संग्रहण, बाजारों के आवासीय क्षेत्रों, जलाशयों की साफ सफाई और कूड़ा प्रबंधन की दिशा में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. पूर्ववर्ती निगमों ने रैंकिंग में सुधार के लिए कई नई स्वच्छ पहल की और कदम उठाए. कूड़े के निष्पादन के लिए सभी जोनों में कंपोस्ट प्लांट लगाए गए. ओडीएफ प्लस ++ सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया, लैंडफिल साइटों की ऊंचाई कम की गई, सार्वजनिक स्थानों पर नीले और हरे कूड़ेदान लगाए गए, नेकी की दीवार, प्लास्टिक लाओ थैला ले जाओ जैसे अभियानों की शुरुआत की गई.
59 कॉलोनियां कचरामुक्त घोषितः अब दिल्ली नगर निगम के एकीकरण के बाद निम्नलिखित मानकों में सुधार पर विशेष जोर दिया जाएगा. जैसे सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, नागरिक शिकायत निवारण, सड़कों की सफाई, नालों की सफाई, प्रमाणन पैरामीटर, नगर निगम के कचरे का घर-घर जाकर पृथक्करण. साथ ही दिल्ली नगर निगम अपनी अपशिष्ट प्रसंस्करण क्षमता के साथ-साथ अपशिष्ट प्रसंस्करण की दर को बढ़ाने पर भी विशेष जोर देगा. दिल्ली नगर निगम ने पहले ही 59 कॉलोनियों को कचरा मुक्त कॉलोनी घोषित किया है और 13 आरडब्ल्यूए को बेहतर कचरा प्रबंधन के लिए उपराज्यपाल के माध्यम से सम्मानित किया है.
स्वच्छता सर्वेक्षण में दिल्ली की स्थानीय निकाय की रैंकिंगः
निकाय 2022....... 2021.........2020
दक्षिणी निगम- 28..........31..............31
उत्तरी निगम - 34...........45...............43
पूर्वी निगम - 37..............40.............46
एनडीएमसी - 3..............1................3
दिल्ली कैंट- 5..............3...................2