नई दिल्ली: कोरोना के मध्य में दिल्ली अनलॉक के साथ ही प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सड़कों पर दोड़ते वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता कम होती जा रही है, जिसके तहत बुधवार की सुबह 9 बजे राजधानी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 166 दर्ज किया गया है, जो लॉकडाउन के दिनों के मुकाबले कहीं ज्यादा है.
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बारिश ना होना प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि अनलॉक के साथ ही राजधानी दिल्ली के सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है, जिससे निकलने वाले धुएं के कारण प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
इसके साथ ही अब सभी कल कारखाने भी अपनी पूरी क्षमता से चल रहे हैं, जो प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि राजधानी दिल्ली में बारिश ना होना भी प्रदूषण बढ़ने का एक मुख्य कारण है, क्योंकि बारिश होने के बाद आमतौर पर प्रदूषण के कण जमीन पर बैठ जाते हैं.
क्षेत्र | प्रदूषण स्थिति (PM 2.5) |
आनंद विहार | 166 |
अलीपुर | 196 |
अशोक विहार | 153 |
बवाना | 213 |
चांदनी चौक | 190 |
द्वारका | 182 |
आईटीओ | 194 |
मुंडका | 273 |
नजफगढ़ | 220 |
नरेला | 236 |
क्या होता है Air Quality Index
दरअसल Air Quality Index एक नंबर होता है, जिसके जरिए हवा की वर्तमान गुणवत्ता और भविष्य में होने वाले प्रदूषण के स्तर पता लगाया जाता है. गौरतलब है कि हर देश का Air Quality Index वहां मिलने वाले प्रदूषण कारकों के आधार पर अलग अलग होता है. भारत में एक्यूआई को मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरोमेंट, फॉरेस्ट और क्लाइमेट चेंज ने लॉन्च किया.