नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली पुलिस ने मैच फिक्सिंग के आरोपी संजीव चावला को मिली जमानत के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. बता दें कि पिछले 30 अप्रैल को पटियाला हाउस कोर्ट ने संजीव चावला को जमानत दी थी.
देश से भागने की आशंका
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि संजीव चावला ब्रिटिश नागरिक है. उसे भारत लाने में 20 साल लग गए. इस मामले में जांच एजेंसियों को संजीव चावला को ब्रिटेन से प्रत्यर्पित कर भारत लेने में मेहनत करनी पड़ी है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि संजीव चावला के देश से भागने की आशंका है. जानकारी के अनुसार पटियाला हाउस कोर्ट ने संजीव चावला को दो लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी थी।
पटियाला कोर्ट ने सशर्त दी थी जमानत
कोर्ट ने संजीव चावला को निर्देश दिया था कि वो बिना कोर्ट की अनुमति के देश छोड़कर नहीं जाएंगे. कोर्ट ने संजीव चावला को निर्देश दिया कि वो अपना और अपने भाई का फोन नंबर पुलिस को मुहैया कराएं और अपना फोन हमेशा चालू रखें. कोर्ट ने संजीव चावला को निर्देश दिया कि वो अपनी आवाज और हस्ताक्षर का नमूना दे.
हाईकोर्ट ने जेल में पूछताछ की इजाजत दी थी
पिछले 13 फरवरी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने क्रिकेट मैच फिक्सिंग के आरोपी संजीव चावला को 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
पुलिस हिरासत को संजीव चावला ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी जिसके बाद 20 फरवरी को हाई कोर्ट ने आदेश दिया कि संजीव चावला से केवल तिहाड़ जेल में ही पूछताछ हो सकती है. हाईकोर्ट ने कहा था कि ट्रायल के दौरान संजीव चावला को तिहाड़ जेल में ही रखा जाए और जांच के लिए तिहाड़ जेल से बाहर ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
क्रोनिए के साथ मैच फिक्सिंग को दिया था अंजाम
संजीव चावला पर आरोप है उसने फरवरी-मार्च 2000 में दक्षिण अफ्रीका के भारत दौरे के समय दक्षिणी अफ्रीकी खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग को अंजाम दिया था. क्रोनिए की मौत 2002 में एक विमान दुर्घटना में हो गई थी.
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने जून 2002 में चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें क्रोनिए और संजीव चावला का नाम बतौरी आरोपी था. दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच 16 फरवरी 2000 से लेकर 20 मार्च 2000 तक मैच खेले गए थे.
मैच फिक्सिंग का भांडाफोड़ अप्रैल 2000 में तब हुआ जब दिल्ली पुलिस ने हैंसी क्रोनिए और संजीव चावला के बीच बातचीत को इंटरसेप्ट किया था. हैंसी क्रोनिए पर आरोप है कि उसने मैच हारने के लिए बुकी संजीव चावला से पैसे लिए थे. चावला पर अगस्त 1999 में इंग्लैंड के दो खिलाड़ियों को पैसे ऑफर करने का आरोप है.