नई दिल्ली: सरोजनी नगर में दिन-दहाड़े हुए ब्लाइंड लूट के मामले का खुलासा करते हुए साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान आरके पुरम के शुभम उर्फ टुन्ना, निज़ामुद्दीन के आसिफ उर्स चेता और जामिया नगर के एमडी. शरीफुल मुल्ला के रूप में हुई है.
डीसीपी साउथ वेस्ट, गौरव शर्मा (DCP South West, Gaurav Sharma) के अनुसार, आरोपी शुभम पिछले महीने ही जेल से बाहर आया था. इस पर पहले से दो जबकि, बाकी दोनों बदमाशों पर तीन-तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. आरोपियों ने 14 दिसंबर को घर में जबरन घुस कर गन पॉइंट पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस को दी गयी शिकायत में शिकायतकर्ता ने बताया कि बदमाशों के डोर बेल बजाने पर उन्होंने घर का दरवाजा खोला, जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला तो तीन बदमाश जबरन घर के अंदर घुस गए और उसे हथियार दिखाते हुए कीमती सामानों को उनके हवाले करने कहा.
पीड़ित के विरोध करने पर उन्होंने कपड़ों से उसके हाथ और पैर बांध दिए और फिर पूरे घर की तलाशी लेते हुए, पीड़ित का लैपटॉप, मोबाइल फोन्स, कपड़ों और जैकेट आदि सहित ट्रॉली बैग, उनकी घड़ी और स्कूटी की चाभी ले कर फरार हो गए.
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कुछ देर के बाद पीड़ित किसी तरह खुद को आजाद कर के दूसरे लैपटॉप से फेसबुक कॉल के जरिये अपने रिलेटिव को कॉल किया, जिन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी. बाद में उन्हें स्कूटी के भी बदमाशों द्वारा ले जाने का पता चला. पीड़ित की शिकायत के आधार पर सरोजनी नगर पुलिस में मामला दर्ज किया गया. दिन-दहाड़े हुई लूट के मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपेरशन अभिनेन्द्र जैन (ACP Operation Abhinendra Jain) की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर राकेश शर्मा के नेतृत्व में एसआई मुकेश कुमार और एसआई अनुज कुमार की टीम का गठन कर आरोपियों की पकड़ लिया.
लोकल इंटेलिजेंस के साथ साइंटिफिक मेथड से मामले की जांच शुरू की. आसपास के इलाकों के कई सीसीटीवी फुटेज चेक किये गए, लेकिन वारदात की जगह के पास कोई भी कैमरा नहीं होने की वजह से पुलिस बदमाशों की पहचान नहीं कर पा रही थी. इसके बाद लगातार पीड़ित से पूछताछ की गई. इसमें पुलिस के हाथ एक छोटा सा सुराग लगा. पीड़ित ने बताया कि उनमें से एक को बदमाश शुभम के नाम से संबोधित कर रहे थे. इसके बाद पुलिस टीम पूरी दिल्ली के क्रिमिनल डेटा में शुभम नाम के आरोपियों की जांच में लग गयी. तकरीबन 150 डोजियर की जांच के बाद पुलिस को आर के पुरम के शुभम उर्फ टुनवा के बारे में पता चला. इसके घर पर छापेमारिमे पुलिस को पिछले 15-20 दिनों से उसके घर नहीं लौटने का पता चला. साथ ही ये भी जानकारी मिली कि वो पिछले महीने ही जेल से बेल पर बाहर आया था. पुलिस ने लोकल इन्फॉर्मर को उसके ठिकानों के बारे में पता लगाने के लिए लगाया. आखिरकार पुलिस की मेहनत रंग लाई और 17 दिसंबर को पुलिस को इसके बारे में जानकारी मिली. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सरोजनी नगर के लाल क्वार्टर के पास से शुभम और उसके साथियों आसिफ और शरीफुल को दबोच लिया.
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