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दिल्ली पुलिस ने चोरी के विभिन्न मामलों में पांच नाबालिगों को पकड़ा, कार बरामद

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Published : Jul 1, 2022, 6:48 PM IST

दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने चोरी के मामले में नाबालिगों के समूह को धर दबोचा है. इनके पास से कार सहित अपराध में शामिल अन्य सामान बरामद किए गए हैं.

नई दिल्ली : बाहरी जिले के थाना मुंडका की पुलिस ने ऑटोलिफ्टिंग और लूट की वारदात में शामिल रहे पांच नाबालिगों को हिरासत में लिया है, जिनके पास से वारदात में इस्तेमाल की गई बटनदार चाकू और एक गाड़ी बरामद की गई है.

डीसीपी समीर शर्मा के अनुसार, 22 जून को पीसीआर कॉल से मुंडका थाने की पुलिस को मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक युवक को चाकू मार कर मोबाइल लूट की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस को घायल युवक को मंगोलपुरी के SGM हॉस्पिटल ले जाये जाने का पता चला. SGM हॉस्पिटल पहुंचने पर घायल युवक विकास यादव ने बताया कि वह दिल्ली के मुंडका औद्योगिक क्षेत्र के COBB शोरूम वाली गली स्थित एक फैक्ट्री में AC प्लंबर के तौर पर काम करता है और अतिरिक्त समय में सामान की लोडिंग-अनलोडिंग का भी काम करता है. उस दिन दोपहर करीब 1:15 बजे जब वह मेट्रो पिलर नंबर 595 के सामने स्थित एक बिजली कारखाने के पास गली में माल लोडिंग-अनलोडिंग के लिए जा रहा था, तभी एक व्यक्ति सफेद रंग की सैंट्रो कार से नीचे उतरा और उसे रुकने को कहा. जैसे ही वह रुका वह व्यक्ति उसके पास आया और उसका मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका.

पुलिस ने नाबालिगों को पकड़ा

उसके बाद उसने उसकी पैंट की पिछली जेब से जबरन पर्स निकाल लिया, जिसमे 3600/- रुपये, पैन कार्ड और आधार कार्ड थे. इस दौरान एक अन्य लड़का भी कार से बाहर आया और उसे पीटना शुरू कर दिया. इसी बीच तीसरा लड़का भी कार से बाहर आया और उसकी पसलियों पर घूंसे मारने लगा, जिसके बाद एक लड़के ने उसके पेट में चाकू मार दिया और वे सभी फोन और पर्स लूट कर अपनी कार में सवार होकर फरार हो गए. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसीपी महेंद्र कुमार मीणा की देखरेख में एसएचओ गुलशन नागपाल के नेतृत्व में एसआई संजीत कुमार, हेड कॉन्स्टेबल अमित कुमार और अन्य की टीम का गठन कर आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया था.

पुलिस टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और फॉलोअप रूट की जांच की. मुंडका, रानी खेड़ा और किरारी का 16 किमी का रूट चेक करने के बाद यह पता चला कि इसमें शामिल वाहन एक सफेद सैंट्रो कार के बजाय डैटसन-गो कार थी. आगे की जांच के दौरान, सभी चोरी के वाहनों ब्रांड डैटसन-गो कार का विवरण प्राप्त किया गया जिसमे उन्हें गाड़ी के मुंडका थाना इलाके से चोरी का पता चला.

मामले की जांच के साथ पट्रोलिंग के दौरान पुलिस टीम जब मुंडका के फिरनी रोड पहुंची तो उन्होंने देखा कि मुंडका गांव की ओर एक सफेद रंग की 'डैटसन गो' जा रही थी. पुलिस टीम द्वारा रोकने की कोशिश पर चालक ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कार का पीछा किया और 100 मीटर की दूरी के बाद कार में बैठे लड़कों को दबोच लिया.

तलाशी के दौरान, एक लड़के के पास से एक बटनदार चाकू और दूसरे से एक लूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद किया गया. पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि नौ जून को उन्होंने नरेला से बक्करवाला के लिए OLA कैब बुक की थी. जब वे शनि मंदिर के पास गन्दा नाला के पुल पर पहुंचे, तो कार का चालक नियमित काम के लिए गया. इस दौरान उन्होंने डैश बोर्ड से कार की चाबी ले ली. जब ड्राइवर को कार की चाबी नहीं मिली तो उन्होंने उसे डुप्लीकेट चाबी बनाने का सुझाव दिया. कार चालक जब डुप्लीकेट चाबी बनवाने गया तो असली चाबी से कार स्टार्ट कर फरार हो गए. उसके बाद उस कार का इस्तेमाल 22 जून को एक व्यक्ति के साथ लूट का अपराध करने के लिए किया. इनके पकड़े जाने से पुलिस ने लूट और वाहन चोरी के दो मामलों का खुलासा किया है. इस मामले में आगे की जांच जारी है.

"अब चोरी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें"

वाहन चोरी के बड़े कारण

  • कम खतरे और बड़े मुनाफे के चलते यह अपराधियों को काफी पसंद आता है.
  • आवासीय/व्यावसायिक क्षेत्रों में पार्किंग की कमी.
  • गाड़ी में चोरी रोकने से संबंधित उपकरण का इस्तेमाल नहीं होना.
  • उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट न लगवाना. इसके चलते फर्जी नंबर प्लेट आसानी से बदली जा सकती है.
  • अन्य राज्यों में चोरी के वाहन और उनके पार्ट्स की डिमांड.

पुलिस द्वारा उठाए जा रहे कदम

  • पुलिस कर्मियों को ऐसी जगह गश्त पर लगाया जाता है जहां पर वाहन चोरी के मामले सामने आ रहे हैं.
  • गाड़ी चोरी होने वाली जगह के आसपास पिकेट लगाकर जांच की जाती है.
  • गाड़ी बनाने वाले कंपनियों को चोरी रोकने से संबंधित उपकरण लगाकर बेचने के लिए कहा गया है.
  • चोरी होने वाली गाड़ियों के रिकॉर्ड को ऐप में डाला गया है ताकि जांच के दौरान उन्हें पकड़ा जा सके.
  • पार्किंग अटेंडेंट को पुलिस द्वारा जागरूक किया जाता है क्योंकि वहां चोरी की गाड़ियां खड़ी की जाती हैं.
  • बीमा कंपनियों के साथ भी इसे लेकर कई बैठक की गई हैं.
  • लोगों को भी वाहनचोरी के संबंध में जागरूक किया जाता है.

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लोगों को बरतनी चाहिए यह सावधानी

  • गाड़ी को हमेशा पार्किंग में ही लगाएं.
  • गाड़ी में सुरक्षा से संबंधित उपकरण जैसे गेयर लॉक, व्हील लॉक, स्टेरिंग लॉक अवश्य लगवाएं.
  • गाड़ी को छोड़ते समय अच्छे से उसके लॉक की जांच कर लें.
  • गाड़ी में सुरक्षा से संबंधित अलार्म काफी कारगर साबित हो सकता है.
  • अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस अवश्य करवाएं.
वर्षवाहन चोरी
201846433
201946215
202035019
202136177

  • 2021 में दोपहिया चोरी - 26432 (73 फीसदी)
  • 2021 में कार चोरी- 6441 (18 फीसदी)
  • 2021 में अन्य वाहन चोरी- 3304 (9 फीसदी)
  • 2021 में चोरी के वाहन बरामद- 4431 (12 फीसदी)
  • 2021 में वाहन चोर गिरफ्तार- 5717

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