नई दिल्ली: उत्तरी जिला पुलिस के साइबर सेल ने 44 हजार रुपये के साइबर फ्रॉड का खुलासा किया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके पास से वारदात मे इस्तेमाल सामान भी बरामद किया है.
दरअसर उत्तरी जिले कि साइबर सेल की टीम को एमएचए के पोर्टल पर शिकायत मिली कि एक शख्स हेतराम के बैंक एकाउंट से 44 हजार रुपये बिना ओटीपी के निकाले गए हैं, जिसका उनके पास कोई मैसेज नहीं आया है. पुलिस टीम ने सूचना मिलने के बाद मामले की पड़ताल शुरू की. पता चला कि शिकायतकर्ता के एकाउंट से कटे यह पैसे एक वॉलेट में गए हैं. मामले की पड़ताल करते हुए जांच दो युवकों के फोन नंबर तक पहुंची, जिसके आधार पर पुलिस ने नंबर का रजिस्टर्ड एड्रेस निकाला, लेकिन पता चला कि यह ए़ड्रेस फर्जी था.
साइबर सेल पुलिस टीम की पड़ताल में पता चला कि आरोपी हरियाणा के मुरथल पराठे खाने गए हैं. पुलिस टीम रेड करने के लिए मुरथल के होटल पहुंची, जहां आरोपी पराठे खा रहे थे. इस पूरी वारदात को सुलझाने के लिए पुलिस टीम का एक पुलिसकर्मी कैब ड्राइवर बनकर उनके पास पहुंचा और आरोपियों की पहचान की, जिसके बाद मौका मिलते ही पुलिस टीम ने आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम ने सात मोबाइल फोन, 17 सिम कार्ड, दो लैपटॉप, तीन आधार कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड, सात बैंक अकाउंट और अट्ठारह क्रेडिट कार्ड बरामद किए हैं.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दीपक कुमार और रत्नेश कुमार गिरी के तौर पर हुई हैं. दोनों बिहार के रहने वाले हैं और चार साल पहले दिल्ली आए थे. फिलहाल वे दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में रह रहे थे. पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से सामान बरामद कर लिया है. पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार पुलिस इनके पिछले रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.
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