नई दिल्ली: उत्तरी पश्चिमी जिला पुलिस आपरेशन सजग के तहत लगातार आपराधिक वारदातों पर लगाम लगाने में काम कर रही है. इसी ऑपरेशन के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने स्नेचर के एक मुकदमे को सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है.
मॉडल टाउन थाना के एसएचओ इंस्पेक्टर ललित कुमार की देखरेख में ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर पेट्रोलिंग की जा रही है. पुलिस की टीम इलाके में पेट्रोलिंग कर रही थी उसी दौरान विनायक हॉस्पिटल के पास एक महिला के साथ मोबाइल स्नेचर की वारदात को अंजाम दिया. मोबाइल फोन खेलते हुए पीड़ित महिला और आरोपी सड़क पर ही गिर पड़े और पास से गुजर रहे कांस्टेबल रविंदर ने इस घटना को देखा और तुरंत कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को वारदात में इस्तेमाल होने वाली चोरी की स्कूटी के साथ धर दबोचा, जबकि एक आरोपी भागने में कामयाब हो गया. पकड़े गए आरोपी की पहचान प्रिंस के तौर पर हुई है.
युवक पर पत्थर से हमला कर लूटा
वहीं उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके के खजूरी चौक पर काम से लौट रहे एक युवक पर डकैती के दौरान बदमाशों ने उस पर पथराव कर दिया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. पीड़ित ने बताया कि वह नया मुस्तफाबाद गली नंबर 23 में परिवार के साथ रहता है. वह जैतपुर से अपने दो साथियों के साथ काम करके सुबह 3:30 बजे वापस लौट रहा था, जैसे ही वह ऑटो को किराया देकर के नीचे उतरा तभी अचानक पीछे से एक शख्स ने आकर उसका बैग छीनकर फरार हो गया.
दूसरे शख्स ने उसके चेहरे पर ईट से वार कर दिया. इतने में वह कुछ समझ पाता दूसरी बार उसपर हमला हुआ. वह अपने आप को बचाने के लिए खजूरी चौक पर बीकानेर के पास होता हुआ भागा तभी वहां बदमाशों ने उसे घेर कर ईटों से उस पर जानलेवा हमला किया. वह अपने आप को बचा कर के वहां खड़ी मौजूदा पीसीआर के पास पहुंचा, जहां पीसीआर गाड़ी ने उसकी कोई मदद नहीं की. पास में खड़े ऑटो ने तुरंत एंबुलेंस को बुलाकर के उसको अस्पताल पहुंचाया पीड़ित अब पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रहा है.
द्वारका एएटीएस ने तड़ीपार बदमाश को गिरफ्तार किया
द्वारका जिले की एएटीएस पुलिस ने आदेशों का उल्लंघन कर इलाके में लौट कर रहने के मामले में दिल्ली से निकाले गए एक तड़ीपार बदमाश को गिरफ्तार किया है. जिसकी पहचान भागते के रूप में हुई है, यह नजफगढ़ के रौशनपुरा इलाके का रहने वाला है. डीसीपी शंकर चौधरी के अनुसार इलाके में सक्रिय बदमाशों की पकड़ और अपराध की रोकथाम के लिए लगातार पुलिस टीम अलर्ट मोड़ पर रहती है. संदिग्धों के बारे में पता करती रहती है. इसी क्रम में छावला इलाके में पट्रोलिंग के दौरान एएटीएस के कॉन्स्टेबल इंद्र को सूत्रों से इलाके में मौजूद तड़ीपार के बारे में जानकारी मिली.
जिसपर कार्रवाई करते हुए एसीपी विजय सिंह की देखरेख में एसआई विकास यादव, एएसआई राजेश, हेड कॉन्स्टेबल देवेंद्र और कॉन्स्टेबल इंद्र की टीम का गठन कर इसकी पकड़ के लिए लगाया गया. पुलिस ने संबंधित ऑफिस से उसके तड़ीपार किये जाने के आदेशों को वेरीफाई किया, जिसमे उसके 1 दिसम्बर 2020 से 2 सालों के लिए दिल्ली से निकाले जाने का पता चला। इसके बाद पुलिस टीम ने छापेमारी कर तड़ीपार बदमाश को उसके घर से दबोच लिया. ये छावला थाना इलाके का घोषित बैड करेक्टर है, और इस पर हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट जैसे 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस ने डीपी एक्ट 53/116 के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
ठक-ठक गैंग के 3 मेंबर गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, 9 मई की देर शाम दिल्ली कैंट थाने की पुलिस को रिंग रोड स्थित बरार स्क्वायर के पास से मोबाइल चोरी की सूचना मिली. इसी दौरान गुरुग्राम की रहने वाली आशिका नाम की युवती सुब्रतो पार्क पुलिस चौकी पहुंची और उसने दो अंजान शख्स द्वारा उनके आईफोन को चुराने की शिकायत की. इसकी शिकायत दर्ज करने के बाद, तिलक नगर के शिकायतकर्ता पीयूष की शिकायत के आधार पर भी मामला दर्ज किया गया. दोनों ही मामलों में दो शख्स शिकायतकर्ता के पास पहुंचे और उनकी गाड़ी के ग्लास को नॉक कर उनको बातों में उलझा कर उनका मोबाइल चुरा लिया था. इन मामलों में एसीपी दलीप सिंह की देखरेख में एसएचओ दिल्ली कैंट विपिन कुमार के नेतृत्व में सुब्रतो पार्क चौकी के इंचार्ज एसआई गजेंद्र माथुर, एएसआई मनोज, हेड कॉन्स्टेबल रविंदर, कंवर पाल और हंसराज की टीम का गठन का आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया था.
पुलिस टीम जांच में जुट कर लगातार प्रयासरत रह कर टेक्निकल सर्विलांस का विश्लेषण किया और उनसे मिली जानकारियों के आधार पर तीन आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में इन्होंने खुद को ठक-ठक गैंग का मेंबर बताया. अरोपियों ने बताया कि शराब पीने के बाद स्कूटी से वो शिकार की तलाश में निकले थे, और उन्होंने आश्रम फ्लाईओवर, रिंग रोड और बरार स्क्वायर पर कार के ग्लास को नॉक कर पीड़ितों का ध्यान भटकाया और फिर उनके मोबाइल पर हाथ साफ कर दिया. पूछताछ में आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने त्रिलोकपुरी स्थित आरोपी राजा के घर से 4 मोबाइल बरामद किया. जांच में जब्बार पर 5 जबकि बाकी दोनो आरोपियों पर 2-2 आपराधिक मामले दर्ज होने का पता चला. इन मामलों में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.
4 सालों से फरार चल रहा भगोड़ा गिरफ्तार
बाहरी जिले के पश्चिम विहार पूर्व थाने की पुलिस टीम ने पिछले 4 साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर गिरफ्तारी से बच रहे एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान हरियाणा के फरीदाबाद निवासी राजेश शर्मा के रूप में हुई है.
डीसीपी समीर शर्मा के अनुसार लगातार फरार चल रहे आरोपियों को दबोचने के लिए एसीपी पश्चिम विहार, और एसएचओ की देखरेख में हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र और कॉन्स्टेबल नीरज की टीम का गठन किया गया था. भगोड़ों के बारे में जानकारियों को विकसित कर उनकी पकड़ के लिए लगातार प्रयासरत पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर फरीदाबाद से उसे दबोच लिया. इसके खिलाफ 2016 में दिल्ली के राजेन्द्र नगर थाने में निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत दर्ज मामले में पुलिस को इसकी तलाश थी. लगातार फरार रहने की वजह से तीस हजारी कोर्ट द्वारा अक्टूबर जून 2018 में इसे भगौड़ा घोषित किया गया था. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.