नई दिल्ली: दिल्ली में कल कोरोना के 5891 नए मामले सामने आए थे. यह लगातार चौथा दिन था, जब दिल्ली में कोरोना ने रिकॉर्ड तोड़ा. बढ़ते मामलों के बीच कोरोना बेड्स की मांग भी बढ़ने लगी है. लेकिन दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि अभी कोरोना के पर्याप्त बेड्स उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली में 37 फीसदी कोरोना बेड्स पर मरीज़ हैं, वहीं 63 फीसदी बेड्स खाली हैं.
'खाली हैं 1200 ICU बेड्स'
आईसीयू बेड्स को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमने 1000 ICU बेड्स बढ़ाए थे, निजी अस्पतालों में 80 फीसदी ICU बेड कोरोना के लिए रिजर्व किए जाने थे, लेकिन कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी. इसके बावजूद दिल्ली में अभी कोरोना मरीजों के लिए कुल 2900 आइसीयू बेड्स हैं, जिनमें से 1200 के करीब बेड्स अभी खाली हैं. सत्येंद्र जैन में ठंड, प्रदूषण और त्यौहारों को बढ़ते कोरोना मामलों का कारण बताया.
'बिना मास्क वालों पर सख्ती'
सत्येंद्र जैन का यह भी कहना था कि 6-7 महीने हो गए, इसलिए अब लोग कोरोना से थक रहे हैं. लेकिन लोगों को मानना चहिए कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है, तब तक मास्क ही वैक्सीन है. उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि इम्युनिटी बन रही है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि वे किसी और को कोरोना संक्रमित बना सकते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मास्क ना लगाने वालों पर सख्ती की जाएगी. ऐसे लोगों का चालान किया जा रहा है, इसे और बढ़ाया जाएगा.
'लॉकडाउन से खत्म करना असंभव'
फिर से बढ़ते कोरोना मामलों के बीच कई देशों से दोबारा लॉकडाउन लगाने की खबरें आ रहीं हैं. दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ते मामलों के बीच क्या दिल्ली सरकार ऐसा कुछ सोच रही है, इसपर सत्येंद्र जैन ने कहा कि जब वायरस नया था, तब इसके खत्म होने को लेकर अलग-अलग बातें की गईं, लेकिन वायरस खत्म नहीं हुआ. अब कम्युनिटी के अंदर वायरस पंहुच चुका है, लेकिन इसे लॉकडाउन से खत्म करना असम्भव है. मास्क से ही इसे रोक सकते हैं. मास्क कोरोना और प्रदूषण दोनो से बचाएगा.