नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने दीपावली के समय में मिठाइयों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए खोया, मावा की बिक्री पर कड़ी नजर रखने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है. खोया और मावा का उपयोग ज्यादातर मिठाइयां बनाने में किया जाता है. दिल्ली सरकार ने 6 प्रवर्तन दलों को तैनात किया है, जो जरूरत पड़ने पर नकली खोया व मावा की बिक्री को रोकने के लिए छापेमारी करेंगे. मिठाई की बिक्री से संबंधित खाद्य व्यापार परिसरों का दिल्ली सरकार गंभीर है और टीमें औचक निरीक्षण कर रही है. साथ ही कोरोना को लेकर बरती जाने वाली सावधानी और खाद्य सुरक्षा को लेकर 1 लाख 30 हजार खाद्य व्यवसाय संचालकों को जागरूकता सामग्री के साथ ईमेल भेजे गए हैं और मिठाइयों में मिलावट की जांच की जा रही है.
पांच जगहों पर की गई है छापेमारी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर त्योहार के समय बिकने वाले नकली खोया, मावा की बिक्री पर निगरानी रख रहे हैं, क्योंकि इनका उपयोग दीपावली के समय मिठाइयों की बिक्री बढ़ने पर मिठाई तैयार करने के लिए किया जाता है. अब तक खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की विभिन्न टीमों ने नकली खोए की बिक्री रोकने के लिए 5 जगहों पर छापामारी की है.
3200 किलो नकली खोया जब्त कर किया नष्ट
नकली खोया की बिक्री रोकने के लिए खोया मंडी, मोरी गेट पर जांच की गई. यहां से पूरी दिल्ली में खोया वितरित किया जाता है. विभाग ने खोया मंडी में विभिन्न विक्रेताओं से 25 नमूने लिए हैं. फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स (मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन) के जरिए स्पॉट टेस्टिंग के लिए 188 सर्विलांस सैंपल उठाए और लगभग 3200 किलोग्राम नकली खोया को जब्त कर नष्ट किया गया है. उपभोक्ताओं को मिलावटी मिठाई की बिक्री से रोकने के लिए खाद्य विभाग की ओर से मिठाईयों की बिक्री से जुड़े संस्थानों के परिसरों के ऊपर सख्त निगरानी रखकर निरीक्षण किया जा रहा है.
कोरोना वायरस को लेकर भी जागरूकता अभियान
दिल्ली सरकार द्वारा नकली मावा के अलावा कोरोना वायरस के बारे में लोगों में सक्रिय रूप से जागरूकता पैदा की जा रही है. विभाग की ओर से सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) अभियान लांच किया गया है. सामाजिक व्यवहार के बारे में खाद्य व्यवसाय संचालकों के साथ-साथ आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके.