नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में दिल्ली सरकार के द्वारा वित्त पोषित 28 कॉलेज हैं. इसमें से 12 कॉलेज 100 फीसदी वित्त पोषित कॉलेज हैं. जिसमें पिछले करीब दो साल से फंड की समस्या बनी हुई है. इसके अलावा करीब 23 ऐसे स्कूल हैं जहां पर स्थायी प्रिंसिपल नहीं हैं. प्रिंसिपल का पद कई सालों से खाली पड़े हुए हैं. बता दें कि हाल ही में भारती कॉलेज, सत्यवती कॉलेज इवनिंग और दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज में प्रिंसिपल की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया है.
दिल्ली विश्वविद्यालय में दिल्ली सरकार के द्वारा 100 फीसदी और पांच फीसदी दो प्रकार के वित्त पोषित कॉलेज हैं. जिनमें 12 कॉलेज 100 फीसदी वित्त पोषित और 16 पांच फीसदी कॉलेज हैं. दिल्ली सरकार के द्वारा वित्त पोषित 28 से कॉलेजों में से करीब 23 कॉलेज ऐसे हैं जहां पर पिछले कई वर्षों से प्रिंसिपल के पद खाली पड़े हुए हैं.
वहीं पिछले दिनों तीन कॉलेजों में प्रिंसिपल के पद को भरने के लिए आवेदन मांगे गए हैं. जिनमें दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, सत्यवती इवनिंग कॉलेज और भारती कॉलेज शामिल हैं.
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अरविंदो कॉलेज, अरबिंदो कॉलेज इवनिंग, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, मोतीलाल नेहरू कॉलेज इवनिंग, शहीद भगत सिंह कॉलेज, शहीद भगत सिंह कॉलेज इवनिंग, सत्यवती कॉलेज, सत्यवती कॉलेज इवनिंग, राजधानी कॉलेज, विवेकानंद कॉलेज, भारती कॉलेज, गार्गी कॉलेज, कमला नेहरू कॉलेज, मैत्री कॉलेज, इंदिरा गांधी फिजिकल एजुकेशन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज, भगिनी निवेदिता कॉलेज, शिवाजी कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, महर्षी वाल्मिकी कॉलेज, आर्य नरेंद्र देव कॉलेज, महाराजा अग्रसेन कॉलेज और भीमराव अंबेडकर कॉलेज हैं. जहां पर पिछले कई वर्षों से प्रिंसिपल का पद खाली पड़े हुए हैं.