नई दिल्ली : खाड़ी देशों (Gulf Country) से आने वाले यात्रियों से लूटपाट करने वाले एक गैंग से जुड़े रेलवे स्टेशन के कुली को क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान फिरोज़ खान के रूप में हुई है. उसके सात साथियों को पहले ही क्राइम ब्रांच गिरफ्तार कर चुकी है. यह गैंग ट्रेन में जाने के लिए कोविड-19 टेस्ट करवाने के लिए यात्रियों को कहते और इसकी आड़ में उनसे लूटपाट करते थे. आरोपी कूली लूटपाट का शिकार हुए लोगों को ट्रेन छूटने से 10 मिनट पहले स्टेशन पर लाकर उन्हें ट्रेन में बिठाता था ताकि वह वारदात की शिकायत न कर सके.
डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, पश्चिम बंगाल का रहने वाला मोहम्मद वसी 2018 से सऊदी अरब में काम कर रहा था. बीते 9 जुलाई को वह अपने चार अन्य साथियों के साथ भारत लौटा. आईजीआई एयरपोर्ट पर उतर कर वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे जहां से उन्हें कोलकाता जाना था. उन्हें एक एजेंट ने बताया कि ट्रेन में सफर करने के लिए कोविड टेस्ट की रिपोर्ट चाहिए. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर उनका टेस्ट हुआ है, लेकिन उन्हें बताया गया कि यह रिपोर्ट ट्रेन में मायने नहीं रखती. उन्हें दोबारा से कोविड-19 टेस्ट कराना होगा. ट्रेन की टिकट दिलाने और कोविड-19 टेस्ट के लिए एजेंट उन्हें पहाड़गंज स्थित एक दफ्तर में ले गया.
डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, दफ्तर में इन युवकों को बताया गया कि अगले दिन सुबह तक उनकी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी. यह भी बताया गया कि दोपहर 12:30 बजे कोलकाता के लिए ट्रेन की टिकट हो गई है. अगले दिन सुबह 11:30 बजे उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी. उनके होटल में रहने का इंतजाम भी किया गया. अगले दिन सुबह वह उस दफ्तर में पहुंचे जहां छह लोग बैठे हुए थे. वहां पर उनसे कोविड-19 रिपोर्ट के बदले 897 सऊदी रियाल मांगे गए. यह रकम देने से उन्होंने इनकार कर दिया तो उन्होंने कट्टा और चाकू निकालकर उन्हें धमकाया. बंधक बनाकर उन्हें पीटा गया. उनकी तलाशी ली गई और उनसे 3514 रियाल, लगभग 18000 रुपये एवं अन्य सामान लूट लिया गया.
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इसके बाद उन्हें धमकी देकर उनका पासपोर्ट भी छीन लिया गया. उनकी ट्रेन जाने से 15 मिनट पहले तीन कुली को वहां पर बुलाया गया और कोलकाता की ट्रेन के लिए उन्हें भेज दिया गया. उन्हें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लाया गया और ट्रेन में बिठा दिया गया. इस दौरान गुप्त सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम स्टेशन पर पहुंची और उन्हें ट्रेन से नीचे उतार लिया. एसीपी राजेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम उन्हें लेकर पहाड़गंज स्थित दफ्तर पर छापा मारने पहुंची. पीड़ित की निशानदेही पर यहां से छह आरोपियों विजय भान पांडे, दीपक, संजीव कुमार, हरि सिंह, राजू शाह और सुंदर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एक अन्य आरोपी को छानबीन के दौरान गिरफ्तार किया गया. वहीं कुली फिरोज़ फरार चल रहा था.
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पुलिस के अनुसार, आरोपी फिरोज खान इस गैंग से मिला हुआ था. वह लूट का शिकार हुए लोगों को ट्रेन जाने से महज 10 मिनट पहले जबरन ट्रेन के भीतर बिठा देता था. वह सुनिश्चित करता था कि इस मामले की शिकायत पीड़ित पुलिस से ना कर सकें. इस मामले में ट्रेन जाने से पहले क्राइम ब्रांच की टीम पहुंच गई थी जिसके चलते पूरे वारदात का खुलासा हुआ. पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि यह गैंग अब तक सैकड़ों लोगों को निशाना बना चुका था. पुलिस इनके साथ शामिल अन्य कुली के बारे में जानकारी जुटा रही है.