नई दिल्ली: दिल्ली कैंट इलाके के ओल्ड नांगल गांव में पिछले दिनों 9 साल की मासूम के साथ हुई हैवानियत के बाद से दिल्ली में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. दिल्ली कांग्रेस लगातार इस मुद्दे को लेकर दिल्ली सरकार पर हमलावर है, वहीं अब दिल्ली कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है.
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई पर प्रश्न उठता है. आखिर पुलिस क्या कर रही थी. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना खुद आरोपों के घेरे में है. उस पुलिस कमिश्नर और दिल्ली पुलिस से हम क्या उम्मीद रखें, जिस पुलिस कमिश्नर के दामन पर ना जाने कितने ही दाग हैं. जिस पुलिस कमिश्नर के ऊपर अनेकों आरोप हैं, ऐसे पुलिस कमिश्नर को दिल्ली में देश के गृह मंत्री ने बैठाकर क्या संदेश दिया है. रिटायरमेंट से महज 3 दिन पहले दिल्ली पुलिस का मुखिया बनाकर राकेश अस्थाना को बैठा दिया जाता है. आम जनता ऐसे समय में दिल्ली पुलिस से क्या उम्मीद कर सकती है.
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चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि सरकार आज देश के नेताओं की, पत्रकारों की और सामाजिक कार्यकर्ताओं की फोन टैपिंग करवा रही है. ओल्ड नांगल गांव में हुई वारदात ने एक बार फिर दिल्ली पुलिस की सुरक्षा-व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. दिल्ली पुलिस केवल अपने राजनेताओं और अपने वरिष्ठ अधिकारियों की खुशामदी में काम करने का काम कर रही है. अगर ऐसा नहीं है तो अपराधी ऐसी वारदात को अंजाम नहीं देते. एक महीने पहले भी दो बच्चों के साथ ऐसी वारदात हुई थी. अगर उस समय पुलिस ने कठोर कदम उठा लिए होते तो आज आरोपी जेल के अंदर होते.