नई दिल्ली : सेंट्रल दिल्ली के दरियागंज थाने की पुलिस ने साइबर फ्रॉड के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि 18 अगस्त को विपिन भटनागर नाम के एक व्यक्ति ने दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी. शिकायतकर्ता को अपने क्रेडिट कार्ड से मोबिक्विक में लेनदेन के बारे में जानकारी, जबकि उसने कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं की थी. उसे खाते से 1500 और 3600 रुपये निकाले गए थे.
साथ ही उसे बाद में 31 हजार रुपये के असफल लेनदेन का मैसेज मिला. इसके बाद उसे अपने मोबाइल में पेटीएम के लिए 61 हजार रुपये के दो और ट्रांजेक्शन के मैसेज मिले. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए दरियागंज थाने के पुलिस सक्रिय हो गई. मामले की जांच के लिए दरियागंज थाने के SHO के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान दरियागंज थाने की पुलिस को पता चला कि इस घटना को कुछ लड़कों ने अंजाम दिया है.
ऐसे काम करती थी गैंग
आरोपियों की पहचान पवन, जाहिद, राधा, बंटी और कमल के रूप में की गई है. आरोपी पवन और जाहिद इस गैंग के मास्टरमाइंड माने जा रहे हैं. आरोपी पवन इसका लीडर है वह बीटेक कर रहा था और पढ़ाई छोड़ कर साइबर फ्रॉड में लग गया. पवन बैंक की जानकारी प्रोवाइड करवाता था और वहीं राधा और बंटी टेली कॉलिंग का काम करते थे.
जाहिद और पवन फर्जी आईडी पर सिम कार्ड निकलवा कर मोबाइल पर वॉलेट क्रिएट किया करते थे. जांच के दौरान पांचों आरोपियों की बैंक डिटेल चेक की गई तो पता चला कि पांचों आरोपियों के खाते से काफी ट्रांजेक्शन की गई है और भारी मात्रा में कैश भी निकाला गया है. फिलहाल इस पूरे मामले में लगातार दरियागंज थाने की पुलिस जांच में जुटी हुई है.
चोरी के पैसों से खरीद ली SUV
संबंधित बैंक को भी दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी दे दी है और उनके खातों को फ्रीज कर दिया गया है. जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी बैंक से ही क्रेडिट कार्ड होल्डर की जानकारी निकलवा लेते थे. ग्राहक को यह भरोसा दिला देते थे कि वे बैंक से ही हैं और बैंक ग्राहकों के साथ फ्रॉड किया करते थे.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से 10 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. साथ ही एक SUV500 कार को आरोपी पवन के पास से बरामद की गई है, जिसे चीटिंग के पैसों से खरीदा गया था. साथ ही दिल्ली पुलिस ने अन्य कई कागजात भी बरामद किए हैं. दिल्ली पुलिस लगातार यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार इन पांचों आरोपियों के तार कहां कहां से जुड़े हुए हैं