नई दिल्ली: तिलक नगर पुलिस ने दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक अपराधी पर तो लगभग 58 मामले दर्ज हैं, साथ ही पुलिस ने इन आरोपियों के पास से दो कार तीन दोपहिया के साथ-साथ चोरी की वारदात के लिए इस्तेमाल की सामान भी बरामद किया है.
खुफिया जानकारी के आधार पर तिलक नगर थाना पुलिस ने दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जो वेस्ट दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रॉबरी के साथ-साथ सेंधमारी की वारदातों को भी अंजाम देते थे. पुलिस को जानकारी मिली थी कि यह दोनों तिलक नगर इलाके में आने वाले हैं.
इस जानकारी के बाद जाल बिछाकर इन दोनों बदमाशों को गिरफ्तार किया गया. दरअसल यह दोनों कार से पुलिस को आते हुए दिखे और जब पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो यू-टर्न लेकर भागने की कोशिश करने लगे. लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने उन्हें फौरन गिरफ्तार कर लिया. जमीन के दौरान इनके पास से एक देसी पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया. गिरफ्तार आरोपी का नाम राहुल और प्रवीण है, जो मोहन गार्डन उत्तम नगर इलाके का रहने वाले हैं.
यह भी पढ़ें:- पुलिस की मौजूदगी में तस्कर बाबू सिंधी ने बंदूक से काटा केक, टीआई लाइन अटैच
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस पर 58 आपराधिक मामले दर्ज है, जबकि दूसरे आरोपी का नाम सुमित जांगरा है जो तिलंगपुर कोटला का रहने वाला है. वह इससे पहले भी पांच अपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है.
पूछताछ के दौरान पुलिस ने इनके पास से चोरी की दो कार, तीन दुपहिया वाहन, देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किया है. इनसे बाकी अपराधों के बारे में पूछताछ जारी है.
इंटरस्टेट ड्रग तस्कर गिरोह का भंडाफोड़
वेस्ट दिल्ली नारकोटिक्स स्क्वॉड टीम ने अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा नारकोटिक्स स्क्वॉड ने उड़ीसा से एक ड्रग पैडलर को भी गिरफ्तार किया है, जिसके पास से 661 किलो गांजा बरामद किया गया है.
दरअसल, 29 सितंबर को वेस्ट दिल्ली नारकोटिक्स स्क्वॉड के सब-इंस्पेक्टर राजेंद्र ढाका को खुफिया सूचना मिली थी कि रिंग रोड इलाके में दिल्ली कैंट के पास एक ट्रक से दो ड्रग तस्कर ड्रग्स लेने जा रहे हैं. कई कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर के साथ एक टीम बनाई गई. इस टीम ने रिंग रोड पर नारायण फ्लाईओवर के पास छापा मारा.
जानकारी के अनुसार, ट्रक को रोककर जांच शुरू की गई. इस दौरान इस ट्रक में लकड़ी का एक बक्सा मिला. जिसमें काफी तलाशी के बाद लकड़ी के बक्से के नीचे जगह मिली, जिसमें गांजा छिपाया गया था. गांजे का वजन 661 किलो निकला. जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी ज्यादा बताई जा रही है. पूछताछ में पता चला कि इस ड्रग तस्कर गिरोह का साम्राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान और उड़ीसा तक फैला हुआ था.
पश्चिम जिला डीसीपी उर्वीजा गोयल के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि गांजे की खेप को उड़ीसा के कोड़ापुर से लाया गया था. यह खेप वहां नेपाली नाम के व्यक्ति के कहने पर समयपुरबादली में सप्लाई करना था. पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि नेपाली को यह गांजा चेतन से मिलता था. जो उड़ीसा का रहने वाला है, जिसके बाद पुलिस ने चेतन को गिरफ्तार कर लिया.