नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लॉकडाउन के दौरान दंगों से जुड़े मामलों में 700 लोगों को गिरफ्तार किया है. अब तक इस पूरे मामले में क्राइम बांच 1300 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
फरवरी महीने के अंत में उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के दौरान कई करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था और 50 से भी ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच की दो एसआईटी का गठन किया गया था. जो इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
अब तक क्राइम ब्रांच की टीम इस पूरे मामले में 1300 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं लॉकडाउन के दौरान करीब 700 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. क्राइम ब्रांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भी जांच जारी रही जिसके बाद करीब 700 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा अन्य मामलों में फरार चल रहे कई लोगों को भी ट्रैक किया जा रहा है और उनके लोकेशन के आधार पर जल्द उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सकता है.
कई अधिकारी हुए थे घायल
आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल रतनलाल की मौत हो गई थी और कई अधिकारियों को भी गंभीर चोटें आई थी. शाहदरा जिले के डीजीपी अमित शर्मा और गोकुलपुरी के एसीपी अनुज शर्मा पत्थरबाजों का शिकार बन गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिनका कई दिनों तक दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज चला था. हालांकि अब सभी अधिकरी पूरी तरह से ठीक हो कर वापस अपनी ड्यूटी पर लौट चुके हैं.
चार्जशीट भी दाखिल कर रही है क्राइम ब्रांच
उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा से से जुड़े मामलों में क्राइम ब्रांच चार्जशीट भी दाखिल कर रही है. दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल पर बंदूक तानने वाले मामले में क्राइम ब्रांच पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और अधिकारियों का कहना है कि कई अन्य मामलों की जांच भी लगभग पूरी हो चुकी है. बहुत जल्द इन मामलों में भी चार्जशीट दाखिल की जाएगी.