नई दिल्ली: राजधानी के चांदनी चौक इलाके में हरदयाल मुंसिपल हेरिटेज पब्लिक लाइब्रेरी के बाहर एमटीएस स्टाफ, लाइब्रेरी के कार्मचारी ओर सफाई कर्मचारी (करीब 100 लोग) 17 महीनों के वेतन की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. यह धरना बीते 30 जून से चल रहा है और आज 12 दिन बाद भी कर्मचारियों की मांगे नहीं सुनी गई है. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि घर में खाने का राशन नहीं है, बच्चों के स्कूल की फीस भरने के लिए पैसे नहीं है. अब हालात बद से बदतर हो चुके हैं. किसी तरह दूसरों से कर्जा लेकर अपना जीवन यापन किया जा रहा है.
दिल्ली नगर निगम और संबंधित अधिकारियों का सफाई कर्मियों की बदहाली पर कोई ध्यान नहीं है. इसके चलते मजबूर होकर हरदयाल मुंसिपल हेरिटेज पब्लिक लाइब्रेरी के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. पिछले 12 दिनों से कर्मचारी लाइब्रेरी के बाहर हाथों में तख्ती बैनर लेकर नगर निगम के खिलाफ जोर शोर से नारेबाजी कर अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश कर रहे हैं.
कर्मचारियों की मांग है कि लगातार हरदयाल मुंसिपल हेरिटेज पब्लिक लाइब्रेरी में एक के बाद एक घोटालों का पर्दाफाश किया जा रहा है और दोषियों को सजा भी नहीं दी जा रही है. आरोप है कि लाइब्रेरी के उच्च अधिकारियों ने अपने जानकारों को नौकरी पर रखा और उन्हें सैलरी भी दी जा रही है, लेकिन जो कर्मचारी पहले से काम कर रहे हैं उन्हें सैलरी नहीं मिल रही है.
वहीं दिल्ली सफाई आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि इन कर्मचारियों को पक्का किया गया था ओर बाद में उन्हें कच्चा कर दिया गया. संजय गहलोत ने कहा है कि वह दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर ज्ञानेश भारती, संबंधित अधिकारियों और दिल्ली के उपराज्यपाल विजय कुमार सक्सेना से मिलकर कर्मचारियों का वेतन दिलाने की मांग करेंगे. उम्मीद है कि दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली नगर निगम के अधिकारी उनके बाद पर संज्ञान लेंगे, ताकि कर्मचारियों का रोका हुआ वेतन उन्हें मिले जिससे कर्मचारियों की बदहाली भी दूर हो.
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