नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल (Cyber Cell) ने एक ठगों के एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो देश से बाहर चीन (Chinese cyber fraud gang) में बैठकर लाखो लोगों को चूना लगा चुके थे. महज डेढ़ महीने में ही चीन के इन चालबाजों ने 5 लाख लोगों की मेहनत की कमाई लूट ली, लूट भी छोटी-मोटी नहीं बल्कि 150 करोड़ की.
दरअसल लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में बैठकर पैसे कमाने का लालच देकर बड़ी साजिश का पर्दाफाश दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की टीम ने किया है. जो देश की सरहद पार चीन में बैठकर लाखों लोगों को चूना लगा चुके थे. इसमें करीब 5-6 चीनी नागरिक भी शामिल हैं.
साइबर सेल ने 11 लोगों को किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के डीसीपी ने बताया कि 11 लोगों को गिरफ्तार करके ठगी के नए नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया है. ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर साइबर सेल भी एक्टिव था. साल की शुरुआत में पुलिस ने 2 चाइनीज एप्लीकेशन पर एक्शन लिया था, लेकिन उसके कुछ समय बाद पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ और चाइनजी एप है, जो फिर से सक्रिय हो गयी है जो ठगी के साथ साथ बड़े पैमाने पर देश के लोगों का डेटा भी चोरी कर रही है.
150 करोड़ की लूट की मिली जानकारी
अभी तक कि जांच में पुलिस को 150 करोड़ की लूट का पता चला है, लेकिन अंदेशा है कि ये आंकड़ा 250 करोड़ तक जा सकता है. पुलिस ने 97 लाख रुपये बरामद किए हैं. पुलिस का कहना है, की चीन में बैठे इन ठगों पर करवाई के लिए जो प्रॉपर चैनल होगा उसके जरिये अप्रोच की जाएगी. एप के जरिये टेक्नोलॉजी के नाम पर पैसे कमाने का लालच लोगों को दे रहे थे. एक बार एक शख्स इस एप को ज्वाइन था तो उसे मेंबर्स बनाने का लालच दिया जाता था. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें. 300 रुपये देकर कोई भी शख्स इससे जुड़ सकता था, लेकिन कई लोगों ने इसमें लाखों रुपये निवेश किए.
मई के दूसरे हफ्ते में मिली थी जानकारी
मई के दूसरे हफ्ते में पुलिस को पता चला कि पावर बैंक, SUN फैक्ट्री और इजी प्लान नाम की एप है, जो बड़ी तेजी से डाउनलोड ही रही है और ये एप इसके माध्यम से लोगों का डेटा चोरी करके विदेश भेज रही है. इसके बाद तुरंत इन एप को फॉरेंसिक लैब के जरिये एनलाइज किया गया, तो पता चला कि ये एप चीन से ऑपरेट हो रही है. जिसमें लोगों को पैसे इन्वेस्ट कर पैसे कमाने का लालच दिया जा रहा था. इसके बाद पुलिस ने देखा कि भले ही इनके सर्वर चीन में हो लेकिन कुछ लोग इंडिया में ही बैठ कर ये सारा खेल खेल रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने पश्चिम बंगाल और दिल्ली एनसीआर में भी कई जगह रेड की और अब तक 11 लोगों को फिरफ्तार किया.
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पश्चिम बंगाल से रोबिन को पकड़ा
पश्चिम बंगाल से पुलिस ने रोबिन अली नाम के शख्श को दबोचा जो अकेले 30 एकाउंट को हैंडल कर रहा था. उसके बाद उसके 10 अन्य साथियों को पकड़ा गया. जिसमें हर एक का लाग अलग रोल था. रोबिन ने पुलिस को बताया कि वो लोग इन एप्प के जरिये technology के नाम पर पैसे कमाने का लालच लोगों को दे रहे थे. एक बार एक शख्स इस एप को ज्वाइन करता था, तो उसे और मेंबर्स बनाने का लालच दिया जाता था. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सके.
300 रुपये देकर कोई भी जुड़ सकता था
कोई भी शख्स इसमें महज 300 रुपए देकर जुड़ सकता था, लेकिन कई लोगों ने इसमे लाखो भी इन्वेस्ट किये. ज्वाइन करने के बाद इनको 10 परसेंट का return आता था. जिसके बाद लालच में लोग ज्यादा से ज्यादा पैसे डाल रहे थे,लेकिन सबसे बड़ी बात की ये पैसे केवल मोबाइल एप्लीकेशन में ही नजर आते थे एकाउंट में नहीं.
क्रिप्टोकरेंसी के जरिए होता था ट्रांसफर
इसके बाद ये पैसे क्रिप्टोकरंसी के जरिये शेल कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता था. ये शेल कंपनियां और अकाउंट भी फर्जी तरीके से बनाई गई. पुलिस ने 2 चार्टेड अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया है. चीन में बैठे इस पूरे प्लान के मास्टरमाइंड अपने लिए ठगी का धंधा चलाने वालों को टेलीग्राम और यूट्यूब के माद्यम से तलाशते थे. पुलिस का मानना है कि अब तक करीब 50 लाख लोग इन एप को डाउनलोड कर चुके हैं. जिसमे से अभी तक 5 लाख लोगों का पता चला है, जो ठगी का शिकार हुए हैं.