नई दिल्ली: राजधानी में लोगों में गुस्सा काफी बढ़ रहा है. गुस्सा में हत्या तक कर दे रहे हैं. ये हम नहीं कह रहे हैं. दिल्ली पुलिस के वार्षिक आंकड़े से ऐसा खुलास हाे रहा है. वर्ष 2020 में जहां अचानक गुस्से के चलते 21 फीसदी हत्याएं हुई थीं तो वहीं वर्ष 2021 में यह बढ़कर 30 फीसदी हो गई. रंजिश के चलते होने वाली हत्याओं में बीते वर्ष कमी आई है. वर्ष 2020 में जहां रंजिश के चलते 44 फीसदी हत्याएं हुई थीं तो वहीं वर्ष 2021 में इस कारण से 36 फीसदी हत्याओं को अंजाम दिया गया है.
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में हत्या के मामलों में मामूली कमी दर्ज की गई है. वर्ष 2020 में जहां 447 हत्याएं हुई थीं तो वर्ष 2021 में हत्या की 435 वारदातों को अंजाम दिया गया. इनमें से 93 फीसदी मामलों को पुलिस ने सुलझाया है. तीन फीसदी मामले शव के अज्ञात रहने की वजह से नहीं सुलझाए जा सके. सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा अचानक गुस्से में आकर की गई हत्या का है. वर्ष 2021 में दुश्मनी के चलते हत्या के मामलों में कमी आई है लेकिन अचानक गुस्से में आकर की गई हत्या के मामलों में नाै फीसदी का इजाफा हुआ है.
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हत्या की वजह | 2020 के आंकड़े | 2021 के आंकड़े |
रंजिश | 44 फीसदी | 36 फीसदी |
गुस्सा | 21 फीसदी | 30 फीसदी |
पैशन | 8 फीसदी | 12 फीसदी |
अपराध | 7 फीसदी | 9 फीसदी |
अन्य | 17 फीसदी | 10 फीसदी |
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार हत्या की वारदातों में सबसे अधिक 36 फीसदी हत्या दुश्मनी के चलते की गई हैं. वहीं अचानक गुस्सा या विवाद के चलते 30 फ़ीसदी हत्याओं को अंजाम दिया गया है. पैशन को लेकर 12 फीसदी हत्याएं की गई है, जबकि अपराध से संबंधित हत्या के मामले नाै फीसदी हैं. तीन फीसदी हत्या के मामलों में पुलिस को अज्ञात शव मिले हैं जबकि 10 फीसदी हत्या के अन्य कारण रहे हैं.
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