नई दिल्ली: दिल्ली सरकार दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने की चाहे लाख दावे करे, लेकिन हकीकत इससे कोषो दूर है. हरि नगर इलाके में बस स्टैंड पर चढ़ने उतरने का रास्ता पूरी तरह से टूटा हुआ है. जिसके कारण अधिकतर लोग स्टैंड पर बैठ नहीं पाते. खासकर बुजुर्गों को अधिक परेशानी होती है. लेकिन 6 महीने से अधिक समय से इस रास्ते को देखने वाला कोई नहीं है.
यही कारण है कि बुजुर्ग स्टैंड पर बैठने की बजाय मजबूरी में नीचे ही बैठते हैें. उनका कहना है कि एक तो पैर में परेशानी है, ऐसे में ऊपर कैसे चढ़े. क्योंकि सारे रास्ते टूटे हैं ऐसे में अगर चढ़ भी जाएं तो बस आने पर जल्दी उतर नही सकते. इस बदहाली के कारण गिरने की संभावना बढ़ जाती है. उससे अच्छा नीचे ही बैठकर बस का इंतजार करते है. लोगों की माने तो 6 महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद कोई देखने वाला नही है.
कई इलाकों में ऐसी बदहाली होने के बाद कोई हल नहीं
ऐसा नहीं है कि ये समस्या सिर्फ हरि नगर की है, बल्कि कई और इलाकों में बस स्टैंड पर ऐसी समस्या है. जिसके कारण बुजुर्गों और महिलाओं को अधिक परेशानी होती है. हालांकि इस बदहाली के कारण स्टैंड पर बैठा कोई भी व्यक्ति बस पकड़ने की जल्दबाजी में गिर सकता है, लेकिन संबंधित एजेंसी इस ओर ध्यान नहीं देती. जबकि मुख्य सड़क पर बने इस स्टॉप पर बसों की आवाजाही भी खूब रहती है.