नई दिल्ली : पाकिस्तान रेंजर्स के आग्रह पर शनिवार को सुचेतगढ़ इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक का आयोजन किया गया. बीएसएफ की ओर से डीआईजी सुरजीत सिंह ने बैठक का नेतृत्व किया, जबकि पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से सेक्टर कमांडर सियालकोट ब्रिगेडियर मुराद हुसैन अपने अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए.
दिल्ली मुख्यालय से बीएसएफ प्रवक्ता की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी सुरजीत सिंह ने किया. वहीं पाकिस्तान रेंजर्स के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सियालकोट सेक्टर के ब्रिगेडियर मुराद हुसैन ने किया. डीजीएमओ द्वारा संघर्ष विराम समझौते की घोषणा के बाद, दो सीमा सुरक्षा बलों के बीच यह पहली सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक थी.
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बैठक के दौरान दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच शांति बहाल रखने पर चर्चा की. शाथ ही एक दूसरे को सहयोग करने का भी आश्वासन दिया गया. वहीं, बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के सामने सीमा पार से भारतीय इलाकों में बार बार ड्रोन भेजे जाने की हरकतों पर कड़ा एतराज जताया है. इसके अलावा बीएसएफ ने पाकिस्तानी क्षेत्र से आतंकियों की घुसपैठ और सीमा पार से सुरंग खोदे जाने के मामलों को भी उठाया. बीएसएफ ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच शांति के प्रयासों को नुकसान पहुंचेगा.
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बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जब भी आवश्यक हो, संचालन मामलों को हल करने के लिए फील्ड कमांडरों के बीच तत्काल संचार को फिर से सक्रिय किया जाए. बैठक सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल में हुई. दोनों पक्ष पहले डीजी स्तर की वार्ता में लिए गए निर्णयों के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए सहमत हुए और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए एक दूसरे को आश्वासन दिया.