नई दिल्लीः दिल्ली के सभी BJP सांसदों ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मांग की है कि वो सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया द्वारा बीजेपी पर उनके विधायकों की खरीद फरोख्त के लगाए गए आरोपों की जांच कराएं. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी और हंसराज हंस ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बात कही. सभी सांसदों ने इस संबंध में उपराज्यापाल विनय सक्सेना को चिट्ठी भी लिखी है.
मनोज तिवारी ने कहा, "दिल्ली में लोकतंत्र की जड़ों पर बहुत बड़ी चोट पहुंच रही है. दिल्ली में एक पर एक घोटाले हो रहे हैं. वही महाठग अरविंद केजरीवाल गैंग दिल्ली की जनता के सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं." उन्होंने कहा कि हम सभी दिल्ली के सांसदों ने शराब घोटाले पर केजरीवाल से बार-बार सवाल किए, लेकिन उसका जवाब देने के बजाय उनकी सरकार के कई चुनिंदा लोगों ने झूठे आरोप लगाए जो सबके लिए आश्चर्य का विषय बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि जो इन्होंने बीजेपी पर लगाएं है कि उन्हें बीजेपी ने पार्टी तोड़ने का ऑफर दिया था. जिनको जिनको कॉल आया है, उनकी जांच होनी चाहिए, ताकि दूध का दूध और शराब का शराब हो. ये लोग शराब घोटाले को लेकर हमेशा अटेंशन बदलते गए. इस मामले की फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए और मनीष सिसोदिया वह फोन नंबर बताएं जिस पर उन्हें फोन आया था. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल गैंग पहले कहती है कि ये शराब का बहुत अच्छा रेवेन्यू मॉडल है. जब जांच शुरू होती है तो वापस ले लेते हैं. जब जांच में CBI आगे बढ़ती है तो कहते हैं कि ये LG दोषी हैं. फिर बोलते हैं कि मनीष सिसोदिया को खरीदने की बात हो रही है.
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चारों विधायकों ने कहा था कि उन सबके जो परिचित मित्र बीजेपी में हैं, उन्होंने ही संपर्क कर कहा कि अब आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं रहेगी. बेहतर होगा वह आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ जाएं और इसके लिए उन्हें 20 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. सोमनाथ भारती ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली में उनके जो बीजेपी के मित्र हैं, उन्होंने ही इस तरह की बातें कही और कहा कि अगर वे अपने साथ किसी और विधायक को लाते हैं तो उन्हें 25 करोड़ दिया जाएगा और जितने विधायक आएंगे, उन सब को 20-20 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. इसके बाद विधानसभा सत्र में उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री भी इस मुद्दे पर बीजेपी पर जमकर बरसे थे.