नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुई लॉकडाउन की घोषणा के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर पलायन करने लगे हैं. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार लगातार उनसे अपील कर रही है कि दिल्ली छोड़कर न जाएं. अब उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपनी तरफ से प्रवासी मज़दूरों से अपील की है. उपराज्यपाल ने कहा है कि आप घबराहट और जल्दबाजी में दिल्ली छोड़ कर पलायन न करें. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि कोरोना महामारी के तात्कालिक गंभीर काल और संबंधित पाबंदियों के दौरान सरकार आप सभी की जरूरतों का ख्याल रखेगी.
सरकार द्वारा गठित की गई है समिति
उपराज्यपाल ने कहा है कि सरकार प्रवासी लोगों के रहने, भोजन तथा चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी. इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. उपराज्यपाल ने इसका जिक्र भी किया है कि इसके कार्यान्वयन के लिए गृह सचिव, दिल्ली की अध्यक्षता में अधिकारियों की समिति गठित की गई है, जो कि प्रवासी, दिहाड़ी तथा निर्माण मजदूरों को इस पूरे कोरोना काल में हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराएगी. सभी के लिए आवास, भोजन, पानी, कपड़े तथा दवाइयों आदि की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.
नए पंजीकृत मजदूरों को भी मिलेगा लाभ
उपराज्यपाल की अपील में सबसे महत्वपूर्ण घोषणा यह है कि सभी पंजीकृत निर्माण मजदूरों के खाते में कोविड रिलिफ के तौर पर 5 हजार रुपये जमा कराए जाएंगे. उपराज्यपाल ने कहा है कि निर्माण मजदूरों के पंजीकरण की प्रक्रिया खुली रहेगी और निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड द्वारा नव पंजीकृत व्यक्ति भी इसका लाभ उठा सकेंगे. इसके अलावा, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में स्थित 205 रैन बसेरों में प्रवासी मजदूरों के लिए निःशुल्क आवास और भोजन की व्यवस्था कराई गई है.
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से अपील
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सभी जन प्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों तथा गैर सरकारी संगठनों से भी अपील की है कि वे मुश्किल के इस समय में प्रवासी लोगों को हर संभव सहायता और सहयोग प्रदान करें, ताकि उनमें किसी प्रकार की असुरक्षा का भाव उत्पन्न न हो. उपराज्यपाल ने कहा है कि दिल्ली के विकास तथा प्रगति में प्रवासी लोगों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होता है. यह आपका अपना शहर है. संकट के ये कुछ दिन शीघ्र ही कट जाएंगे, थोड़ा धैर्य रखें, हम सब मिल कर कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई जीतेंगे.