नई दिल्ली: दिल्ली में लगे लॉकडाउन (delhi lockdown) के कारण सड़क किनारे पंचर बनाने वाले बेहद परेशान हैं. हालांकि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार लॉकडाउन खुलने की प्रक्रिया में उनका भी ख्याल रखेगी, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और अब हालात यह हैं कि उन्हें रोजी-रोटी को भी तरसना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें:- CBSE : बढ़ी तारीख, अब 28 जून तक होगा 12वीं कक्षा का मूल्यांकन
पंचर वाले पर रोजी-रोटी का बना संकट
राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन (delhi lockdown) के बीच कई जरूरी सेवाओं में सरकार की तरफ से छूट दी गई है, लेकिन इन्हीं जरूरी सेवाओं में से एक पंचर बनाने के काम को लॉकडाउन में कोई रियायत नहीं दी गई, जिससे सड़क किनारे पंचर वालों पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है, जबकि गाड़ियां चल रही और पंचर भी हो रही, लेकिन सख्ती के डर से पंचर वाले दुकान नहीं खोलते बस रोज इस उम्मीद में बन्द दुकान के बाहर आकर बैठा करते हैं कि शायद लॉकडाउन खुल जाए.
पंचर के काम को भी छूट मिलने की थी उम्मीद
सड़क किनारे बैठे एक पंचर वाले ने बताया कि उसको लगा था अब जब धीरे-धीरे बाजार, मॉल खुल रहे हैं. ऐसे में उम्मीदें बढ़ी थीं कि उनके काम को भी छूट दी जाएगी. पंचर वाले का कहना है कि हम तो रोज कमाने खाने वाले व्यक्ति हैं. इतना लंबा लॉकडाउन रहेगा तो हम क्या करेंगे.