नई दिल्ली : शाहदरा जिला के सीमापुरी इलाके से गायब युवक का सिर कटी लाश उत्तर प्रदेश के बागपत जिला के जंगल में मिला है. मृतक की पहचान शहजाद के रूप में हुई है .पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है. दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुस्साए परिजनों ने सीमापुरी रोड पर शव रखकर प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो शहजाद जिंदा होता.
पुलिस के मुताबिक, शहजाद अपने परिवार के साथ सीमापुरी की सनलाइट कॉलोनी में रहता था. परिवार में पत्नी शबाना, चार बेटे व तीन बेटियां हैं . शहजाद मजदूरी करता था.
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि 11 जुलाई को सुबह शहजाद अपने घर के बाहर खड़े हुए थे, तभी उनके पास कॉलोनी के रहने वाले 2 लोग आए और अपने साथ ले गए . शहजाद शाम तक जब घर नहीं पहुंचा तो उसे फोन किया गया, लेकिन फोन स्विच ऑफ था. देर रात गुमशुदगी की शिकायत कराने के लिए वह लोग सीमापुरी थाने गए. आरोप है कि पुलिस ने केस दर्ज करने से इंकार कर दिया . उन्होंने खुद शहजाद की तलाश शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. कॉलोनी की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई तो शहजाद मोहल्ले के दो उन्ही लोगों के साथ जाता दिखा.
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शुक्रवार सुबह बागपत इलाके के खेत से यूपी पुलिस ने शहजाद का शव बरामद होने की सूचना परिजनों को दी. परिजन जब पहुंचे तो शहजाद की निर्मम तरीके से हत्या कर उसका सिर गायब कर दिया गया था. परिवार का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने शहजाद को ढूंढने की कोशिश की होती तो शायद वह जिंदा होता. इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि वारदात उत्तर प्रदेश में हुई है. परिवार ने जिन लोगों पर आरोप लगाए हैं. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. ये हत्या कैसे और कब हुई इसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है.