नई दिल्लीः जीटीबी अस्पताल की ओपीडी सात जनवरी से खुल चुकी है. यहां धीरे-धीरे मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है. इसे देखकर अस्पताल के बाहर ऑटो चलाने वालों के चेहरे भी खिलने लगे हैं.
उधार लेकर गुजार समय
जीटीबी अस्पताल के बाहर से खजुरी तक ऑटो चलाने वाले सुखबीर सिंह बताते हैं कि साल 2020 काफी बुरा साबित हुआ. पहले दंगे और बाद में कोरोना ने कारोबार पर बुरी तरह ग्रहण लगा दिया. लॉकडाउन के बाद थोड़ी उम्मीद जगी थी, लेकिन अस्पताल के कोरोना अस्पताल हो जाने की वजह से लगभग पूरे साल घर पर ही बैठना पड़ा. इसकी वजह से पिछले कई महीने से वह उधार लेकर घर का खर्च चला रहे हैं.
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अब जगी उम्मीद
ऑटो चलाने वाले गगनदीप बताते हैं कि जीटीबी और स्वामी दयानंद अस्पताल के बाहर से करीब 60 ऑटो चलते हैं. अब ओपीडी खुलने के बाद थोड़ी बहुत सवारियां आनी शुरू हुई हैं, तो ऑटो की संख्या भी बढ़ने लगी है. बढ़ती भीड़ को देखते हुए अब एक बार फिर से उम्मीद लग रही है कि जिंदगी जल्द ही पटरी पर वापस आ जाएगी.