नई दिल्ली : आंदोलन के रास्ते सत्ता तक पहुंची आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल अब एक बार फिर पुरजोर तरीके से अपने विधायकों, पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं से आंदोलन के लिए तैयार रहने की अपील कर रहे हैं. विधानसभा में उन्होंने अपने विधायकों से जो अपील की उससे तो सियासी गलियारे में यही कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस कथन पर बीजेपी के घोंडा से विधायक अजय महावर ने निशाना साधा और कहा कि उनको डर सता रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की जुबान शायद सच होगी क्योंकि उन्होंने मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी की बात की वह गिरफ्तार हो गए और अब मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार होने की बात कह रहे हैं. क्या पता कल वह गिरफ्तार हो जाएं, लेकिन इसका यह मतलब हुआ कि उन्हें सब पता है कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त है.
IRS अधिकारी से नेता बने अरविंद केजरीवाल की मानें तो उन्होंने तो अपनी जिंदगी में सोचा नहीं था कि वह राजनीतिक दल बनाएंगे. वह आज जहां है कभी सोचा भी नहीं होगा. यहां कभी पहुंच पहुंचेंगे, लेकिन जनलोकपाल को लेकर जंतर-मंतर से लेकर रामलीला मैदान तक अन्ना हजारे के साथ जिस तरह आंदोलन किया. सरकार से लड़ाई लड़ी उसके नतीजे अच्छे आते गए. तब साथियों की सलाह पर उन्होंने राजनीति में भी आने का फैसला लिया. वर्ष 2013 में पहली बारे चुनाव जीते और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई. इस दौरान उनके विधायकों को जो परेशानी हुई एक बार फिर जंतर-मंतर और रामलीला मैदान की तरह ही आंदोलन के लिए सड़क पर उतर गए, लेकिन इस बार स्थान था रायसीना की पहाड़ी पर स्थित रेल भवन का चौराहा 20 जनवरी के आसपास वहां पर कड़ाके की सर्दी में जिस तरह पार्टी के तमाम नेता, कार्यकर्ताओं के साथ वहां पर प्रदर्शन किया, दिल्ली की सत्ता में दोबारा आने का जब वर्ष 2015 में मौका मिला. तो दिल्ली की जनता से किए गए चुनावी वादे जिसमें सीसीटीवी लगाना, मुफ्त वाईफाई जैसे तमाम मांगों को लेकर हुए तत्कालीन उपराज्यपाल के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते रहे. उसके बाद वर्ष 2020 में जब तीसरी बार अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार बनी तब से लेकर अब तक वे धरना प्रदर्शन से दूर रहे. लेकिन अब एक बार फिर जब वे दिल्ली, पंजाब के बाद अन्य राज्यों में अपना पैर जमाने की कोशिश में है तो मौका देख. आम आदमी पार्टी के राट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आंदोलनकारी तेवर को विधानसभा में दिखाया और अपने विधायकों नेताओं से अपील की कि वे सड़क पर उतरने जेल जाने तक के लिए तैयार रहें. बीजेपी से किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है. मैं खुद कई दिनों के लिए जेल में रह चुका हूं. जेल में कोई दिक्कत नहीं होती है.
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधानसभा में दिए बयान पर दिल्ली बीजेपी के नेता और घोंडा से विधायक अजय माहवार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को डर सता रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से मुख्यमंत्री बयान दे रहे हैं. इसका मतलब उन्हें सच पता है कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त है. इसीलिए वह कह रहे हैं कि उपमुख्यमंत्री का नंबर आ सकता है. सत्येंद्र जैन के मामले पर सदन में चर्चा करनी थी लेकिन चुप्पी साधी हुई थी. अजय माहवार ने कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए काम करें. जनहित के मुद्दों पर काम करें. यमुना को साफ करें और दिल्ली में लोगों को स्वच्छ हवा दें.