नई दिल्ली: अगले कुछ महीनों के अंदर होने जा रहे दिल्ली नगर निगम के प्रमुख चुनावों को लेकर राजधानी का सियासी पारा पूरी तरीके से गरमाया हुआ है. नगर निगम के प्रमुख चुनावों से पहले आगामी वित्तीय वर्ष के मद्देनजर तीनो नगर निगम के खर्चों को लेकर बजट सत्र अपने अंतिम दौर में है. 11 फरवरी तक दिल्ली की तीनों नगर निगमों का चुनावी वर्ष का बजट सामने आ जाएगा, जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है. उसके अनुसार इस बार तीनों नगर निगमों के द्वारा किसी भी प्रकार से टैक्स में ना कोई वृद्धि की गई और ना ही कोई नया टैक्स लगाया गया है.
साथ ही साथ तीनों नगर निगमों में शासित बीजेपी की सरकार के द्वारा बजट में बड़े स्तर पर ना सिर्फ घोषणाएं की जाएंगी, बल्कि कई लुभावनी योजनाएं भी शामिल होगी. राजधानी दिल्ली के मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि आगामी निगम चुनाव में इसका सीधे तौर पर फायदा बीजेपी को मिल सके और लगातार चौथी बार निगम चुनाव में बीजेपी जीत का परचम फैला सके. आठ फरवरी को जहां ईस्ट एमसीडी का बजट सामने आ जाएगा. वहीं, 10 तारीख को साउथ एमसीडी और 11 तारीख को नॉर्थ एमसीडी का अंतिम बजट पेश कर दिया जाएगा.
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दिल्ली की तीनों नगर निगम में इन दिनों बजट सत्र का अंतिम दौर चल रहा है. जिसमें पार्षदों के द्वारा बजट में संशोधन को लेकर सुझाव दिए जा रहे हैं. साउथ एमसीडी में चल रहे बजट सत्र में सुझावों के दौर में सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षदों में ना सिर्फ तीखी नोकझोंक आज देखने को मिली, बल्कि कुछ पार्षदों के द्वारा बजट में संशोधन के मद्देनजर सुझाव भी दिए गए. मेयर मुकेश सूर्यान ने बातचीत के दौरान बताया कि सभी पार्षदों के द्वारा जरूरी सुझाव बजट में संशोधन के मद्देनजर दिए जा रहे हैं और जो सुझाव अच्छे होंगे उन्हें बजट में इंप्लीमेंट करके 10 तारीख को निगम का फाइनल बजट पेश किया जाएगा.
एसडीएमसी के मेयर मुकेश सूर्यान ने बातचीत के दौरान आगे कहा कि निगम में शासित बीजेपी की सरकार चुनावों को ध्यान में रखते हुए काम नहीं करती है. हमारा उद्देश्य जनता तक सभी प्रकार की सुविधाएं पहुंचाने है और उसे पहुचने के लिए निगम लगातार काम कर रही है. बजट के माध्यम से दिल्ली की जनता को राहत देने का काम बीजेपी शासित निगम की सरकार के द्वारा किया जाएगा.
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