वास्तु शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति के जीवन में रंगों का महत्व बहुत खास होता है. रंग हमारे विचारों को प्रभावित करते हैं तथा हमारी सफलता व असफलता के कारक भी बनते हैं. आइए जानते हैं कि रंगों का वास्तु में क्या महत्व है.
पीला रंग :
- पीले रंग के वस्त्रों को पितांबर कहते हैं. हर मांगलिक कार्य में पीले रंग का इस्तेमाल किया जाता है. पूजा-पाठ में पीला रंग शुभ माना जाता है.
- पीला रंग सूर्यदेव, मंगल और बृहस्पति जैसे ग्रहों का भी प्रतिनिधित्व करता है. यह रोशनी को भी दर्शाता है.
- वैज्ञानिकों के मुताबिक, पीला रंग रक्त संचार बढ़ाता है. साथ ही थकान दूर करता है.
लाल रंग :
हिन्दू धर्म में लाल रंग का बड़ा महत्व है. मां लक्ष्मी को लाल रंग प्रिय है. लाल रंग को उत्साह, सौभाग्य, उमंग, साहस और नवजीवन का प्रतीक माना जाता है.
- हनुमान जी को भी लाल रंग बहुत प्रिय हैं. इसलिए भक्तगण उन्हें लाल रंग के सिन्दूर अर्पित करते हैं.
- कहा जाता है कि लाल रंग याददाश्त को बढ़ाने में मदद करते हैं. ये शरीर को आवश्यक उर्जा भी प्रदान करते हैं, जिससे तरोताजा बने रहने में मदद करता है.
सफेद रंग :
- सफेद रंग माता सरस्वती का प्रतीक माना जाता है.
- सफेद रंग से मन में शांति और सुख का आभास होता है. सफेद रंग से शुद्धता और पवित्रता का आभास भी होता है.
नीला रंग :
नीला रंग अध्यात्म और भाग्य से संबंध रखता है. इस रंग का उपयोग सोच समझ कर ही करना चाहिए.
- नीले रंग का सही समय पर और सही तरीके से उपयोग करने पर जीवन में सफलता प्राप्त होती है.