नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में बदले हुए नियम के तहत एडमिशन होगा. छात्रों का दाखिला इस वर्ष सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट ( CUET ) के तहत होगा. लेकिन प्रवेश परीक्षा के तहत होने वाले एडमिशन में भी छात्रों के दाखिले की राह आसान नहीं है. दरअसल अगर दो या अधिक छात्र के अंक बराबर हुए तो उन छात्रों का दाखिला 12वीं क्लास के अंक आधार पर किया जाएगा. इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस वर्ष सामान्य श्रेणी में 20 फीसदी और आरक्षित श्रेणी में 30 फीसदी अधिक पहले काउंसलिंग में एडमिशन करने की योजना बनाई है.
दिल्ली विश्वविद्यालय में इस वर्ष स्नातक पाठ्यक्रम में छात्रों को सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के तहत यानी प्रवेश परीक्षा के बाद ही एडमिशन मिलेगा. वहीं सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में दो या दो से अधिक छात्रों के अगर अंक बार होते हैं तो इस दौरान किस तरह से एडमिशन होगा. इस पर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि सीयूईटी वाले दो छात्र एक ही कॉलेज और पाठ्यक्रम को चुनते हैं तो टाईब्रेकर नियम का उपयोग किया जाएगा.
इस नियम के तहत छात्र के 12वीं बोर्ड की परीक्षा के अंकों को प्राथमिकता दी जाएगी. इसमें तीन सर्वश्रेष्ठ विषयों की अंकों की तुलना की जाएगी यदि इसमें भी अंक बार रहा तो फिर 4 सर्वश्रेष्ठ विषयों में तुलना की जाएगी पर यहां भी बार हुई तो पांच सर्वश्रेष्ठ विषय की तुलना की जाएगी यदि इसमें भी बार हुई तो इस दौरान जिस भी छात्र की अधिक उम्र होगी उससे एडमिशन में प्राथमिकता मिलेगी.
इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों को काउंसलिंग में इस बार निर्धारित सीटों पर 20 फ़ीसदी सामान्य श्रेणी और 30 फ़ीसदी आरक्षित श्रेणी में एडमिशन लेने के लिए योजना बनाई है. जिससे कि दाखिले की प्रक्रिया जल्द पूरी की जा सके. बता दें कि दाखिले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जल्द ही विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी.
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