नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर से निजात पा चुकी दिल्ली अब दिन-ब-दिन कोरोना पर हावी होती दिख रही है. लगातार तीन दिनों से कोरोना संक्रमण दर 5 फीसदी से कम है. वहीं लगातार दूसरे दिन कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 5 फीसदी से नीचे है. बीते दिन यह आंकड़ा 4.52 फीसदी था. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 26 अक्टूबर के बाद से सबसे कम है.
आधी से ज्यादा नीचे आई दर
नवम्बर में एक समय 44 हजार को पार कर चुकी सक्रिय मरीजों की संख्या आज 26 हजार पर पहुंच गई है. लगातार कम हो रहे नए मरीजों की संख्या और कोरोना को मात देने वालों की बड़ी संख्या के कारण सक्रिय मरीजों के आंकड़े में लगातार कमी ही आ रही है. बीते महज 8 दिनों में ही यह आंकड़ा करीब 10 हजार कम हो गया है. वहीं सक्रिय मरीजों की दर भी आधे से ज्यादा नीचे आ गई है.
44 हजार को पार कर गया था आंकड़ा
आज से ठीक एक महीने पहले की बात करें तब कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 39,722 थी. यह उस समय सक्रिय मरीजों की सबसे बड़ी संख्या थी. वहीं तब सक्रिय मरीजों की दर 9.37 फीसदी थी. लेकिन नवम्बर महीने में लगातार भयावह होती स्थिति ने 14 नवम्बर को सक्रिय मरीजों की संख्या को 44,456 पर पहुंचा दिया. यह दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
47 फीसदी आईसीयू बेड्स खाली
लगातार कम होती सक्रिय मरीजों की संख्या का असर कोरोना के बेड्स की उपलब्धता पर भी दिख रहा है. नवम्बर महीने में एक समय करीब 45 फीसदी बेड्स ही कोरोना मरीजों से खाली थे. वहीं आईसीयू बेड्स की उपलब्धता 10 फीसदी से भी नीचे आ गई थी. लेकिन आज दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता 65 फीसदी से ज्यादा है. वहीं 47 फीसदी से ज्यादा आईसीयू बेड्स खाली हैं.
कोरोना बेड्स की स्थिति
अभी दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में कुल 18,843 बेड्स हैं. जिनमें से 6458 पर मरीज है. वहीं 12,385 बेड्स खाली हैं. यानी 34.27 फीसदी बेड्स पर ही मरीज हैं. दिल्ली में बनाए गए अस्थायी कोरोना के अस्पताल यानी कोविड केयर सेंटर की बात करें तो यहां कुल 7942 बेड्स हैं. जिनमें से 429 पर ही मरीज हैं. वहीं 6874 बेड्स खाली हैं. इसी तरह कोविड हेल्थ सेंटर्स के 562 में से 141 पर ही मरीज हैं. 421 बेड्स खाली हैं.