ETV Bharat / city

अधिक कीमत पर वैक्सीन बेचकर लूटने का प्रयास कर रही केंद्र सरकार: राघव चड्ढा

author img

By

Published : May 28, 2021, 11:36 PM IST

राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कहा कि दिल्ली (Delhi goverment) और देश भर के निजी अस्पताल (Private hospitals) में वैक्सीन (Vaccine) की एक डोज लगवाने का रेट कम से कम एक हजार से 1500 रुपए तक है. ऐसे में एक परिवार में यदि 5 लोग हैं और हर व्यक्ति को वैक्सीन (Vaccine dose) की दो डोज लगेंगी तो 10 हजार रुपये खर्च होंगे. दिल्ली सरकार (Delhi vaccine) जो वैक्सीनेशन फ्री (Vaccination free) करवा रही थी, उसके लिए एक परिवार से निजी अस्पतालों (Private hospitals) की ओर से 10 हजार रुपये वसूले जाएंगे.

aap mla raghav chaddha slams central govt over vaccine shortage
राघव चड्ढा

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर केंद्र सरकार (central government) को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब राज्य सरकारें जनता के साथ मिलकर कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of corona) का मुकाबला कर रही हैं. तब केंद्र सरकार (central government) की तरफ से वैक्सीनेशन कार्यक्रम की आड़ में घोटाला (Scam of vaccination program) किया जा रहा है.

दिल्ली सरकार ने बंद किए वैक्सीनेशन सेंटर

राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने भाजपा शासित केंद्र सरकार (central government) से सवाल किया कि निजी अस्पतालों (Private hospitals) को कितनी वैक्सीन की डोज (Vaccine dose) उपलब्ध कराई गई हैं? क्या केंद्र सरकार (central government) ने निजी अस्पतालों (Private hospitals) को वैक्सीनेशन (Vaccine dose) के नाम पर आम जनता को लूटने की इजाजत दे दी है? वैक्सीन कंपनियों (Vaccine companies) और निजी अस्पतालों (Private hospitals) और केंद्र सरकार (central government) के बीच क्या सांठगांठ और समझौता है? उन्होंने कहा कि पिछले पांच दिनों से दिल्ली सरकार (Delhi govermenr) ने संचालित वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccine dose) बंद किए गए हैं. क्योंकि केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध नहीं (Central Government Vaccine Not Available) करा रही.


अस्पतालों की ओर से 10 हजार रुपये वसूले जाएंगे

राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कहा कि दिल्ली (Delhi goverment) और देश भर के निजी अस्पताल (Private hospitals) में वैक्सीन (Vaccine) की एक डोज लगवाने का रेट कम से कम एक हजार से 15 सो रुपए तक है. ऐसे में एक परिवार में यदि 5 लोग हैं और हर व्यक्ति को वैक्सीन (Vaccine dose) की दो डोज लगेंगी तो 10 हजार रुपये खर्च होंगे. दिल्ली सरकार (Delhi vaccine) जो वैक्सीनेशन फ्री (Vaccination free) करवा रही थी उसके लिए एक परिवार से निजी अस्पतालों (Private hospitals) की ओर से 10 हजार रुपये वसूले जाएंगे.

सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन की बूंद भी नहीं

दिल्ली (delhi) में यह बेहद ही चौका देने वाले है कि सरकारी वैक्सीन (goverment vaccine) केंद्रों पर जहां पर टीका मुफ्त (Vaccination free) लगता है. वह सारे बंद हैं और निजी अस्पताल (Private hospitals) जहां पर एक हजार से डेढ़ हजार में टीका लगता है. वह सभी चल रहे हैं. सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन (Vaccine at government centers) की की बूंद भी नहीं है. निजी अस्पतालों में वैक्सीन का समंदर बह रहा है. दिल्ली में सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन खत्म (Vaccine ends at government centers) हो चुकी है और निजी अस्पतालों (Private hospitals) का स्टॉक कभी समाप्त होने का नाम नहीं लेता है. निजी अस्पतालों (Private hospitals) को लाखों वैक्सीन (Vaccine ) की डोज उपलब्ध कराई जा रही हैं. ऐसे में कहीं ना कहीं सरकारी वैक्सीन को निजी अस्पतालों में भेजा जा रहा हैं. सरकार के टीकाकरण केंद्रों को ठप किया जा रहा है और निजी अस्पतालों को प्रमोट किया जा रहा है.


वैक्सीनेशन की आड़ में घोटाला

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने शुक्रवार को डिजिटल प्रेसवार्ता (Digital press talks) को संबोधित किया. राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि देश में वैक्सीनेशन (Vaccine ) की आड़ में एक बहुत बड़ा घोटाला चल रहा है.लोग, सामाजिक संस्थाएं और कुछ-कुछ सरकारें लोगों की जान बचाने का काम कर रही है.वहीं एक तरफ और वैक्सीनेशन की आड़ में एक घोटाला रचा जा रहा है.

युवाओं के लिए वैक्सीनेशन सेंटर बंद

दिल्ली ( delhi) के अंदर बीते 5 दिन से युवाओं के सभी टीकाकरण केंद्र बंद (All youth vaccination centers closed) हैं. उन पर ताला लग चुका है. क्योंकि केंद्र सरकार दिल्ली और देश के कई राज्यों को वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं करा रही है. दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में युवाओं के लिए वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो गए हैं. एक तरफ दिल्ली सरकार और अन्य राज्य सरकारें सरकारी वैक्सीनेशन सेंटरों पर युवाओं को मुफ्त में टीका लगाती हैं, ऐसे वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो गए हैं.दूसरी तरफ राज्यों के निजी अस्पताल धड़ल्ले से वैक्सीनेशन हो रहा है. सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर (Government vaccination center) में वैक्सीन खत्म (Vaccine finish) हो गई है और निजी अस्पतालों (Private hospitals) में वैक्सीन ( vaccination) की कोई कमी नहीं है. निजी अस्पतालों (Private hospitals) के पास लाखों वैक्सीन की डोज उपलब्ध हैं.

वैक्सीन लगवाने के लिए मजबूर


उन्होंने कहा कि इसका सबसे बढ़िया उदाहरण दिल्ली का है, दिल्ली सरकार के सभी वैक्सीनेशन केंद्र बंद हैं क्योंकि केंद्र सरकार वैक्सीन मुहैया नहीं करा रही है. दूसरी तरफ केंद्र सरकार दिल्ली में निजी अस्पतालों को वैक्सीन की डोज उपलब्ध करा रही है. दिल्ली का कोई युवा अपना वैक्सीनेशन कराना चाहता है तो निजी अस्पातल में एक हजार से 1500 रुपये तक देने होंगे. यानी कि निजी अस्पतालों (Private hospitals) और वैक्सीन ( vaccination) कंपनियों को कैसे मुनाफा करवाया जाए.

सवालों के जवाब दे केंद्र सरकार

विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार से आम आदमी पार्टी कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछ रही है. केंद्र सरकार तथाकथित घोटाले पर स्पष्टीकरण देते हुए जवाब भी दे. पहला सवाल कि केंद्र सरकार ने कितनी वैक्सीन की डोज निजी अस्पतालों को मुहैया कराई हैं.दूसरा सवाल केंद्र सरकार क्यों राज्य सरकारों को टीकाकरण के लिए वैक्सीन की डोज उपलब्ध नहीं करा रही है.

निजी अस्पतालों को लूट मचाने का सर्टिफिकेट

तीसरा सवाल क्या केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों को लूट मचाने का सर्टिफिकेट दे रखा है. केंद्र सरकार की वैक्सीन कंपनियों और निजी अस्पातलों से क्या सांठगांठ है, जिसकी वजह से निजी अस्पातलों और वैक्सीन के उत्पादकों को भी प्रमोट किया जा रहा है और सरकारी टीकाकरण केंद्रों को बंद कराया जा रहा है. पांचवां सवाल कि केंद्र सरकार क्यों इस देश में सरकारी क्षेत्र में आर्टिफिशियल अनिश्चितता क्यों पैदा करना चाहती है. आम आदमी पार्टी यह पांच सवाल दिल्ली की जनता की तरफ से केंद्र सरकार से पूछ रही है. केंद्र सरकार से उम्मीद है कि इन सवालों के जवाब देकर देश की आवाम को स्पष्टीकरण देगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.