नई दिल्ली : आप नेता दुर्गेश पाठक ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी के पार्षदों पर निगम की सरकारी जमीन (government land in north mcd) को कब्जाने का गंभीर आरोप लगाया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्षद द्वारा लिखे गए असिस्टेंट कमिश्नर को पत्र का सबूत देते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी की नॉर्थ एमसीडी (North MCD News) से स्थानीय पार्षद मंजू खंडेलवाल ने अपने निजी हित साधने के चलते बकायदा असिस्टेंट कमिश्नर को पत्र लिखकर ढलाव घर की जमीन को अपने पति के द्वारा चलाए जाने वाले एनजीओ को दिलवाया है. निगम चुनाव से पहले दिल्ली बीजेपी के पार्षद अपने निजी हितों को साधने के लिए जमीन को क़ब्जाने के साथ अपनी जेब भरने में लगी हुई है. यह सब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता की जानकारी के बिना हो ऐसा होना असंभव है.
आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली की जनता इस बार के निगम चुनाव में बदलाव का मन बना चुकी है और अरविंद केजरीवाल को मौका देने जा रही है. इसके देखते हुए बीजेपी के नेता पूरी तरीके से बौखला गए हैं और एक षड्यंत्र के तहत अपनी जेबे भरने के मद्देनजर लगातार निगम की जमीनों को बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार कर बेच रहे हैं. पिछले छह-सात महीनों में लगातार एक के बाद एक बीजेपी के द्वारा निगम की जमीनें बेची जा रही है. इसका स्पष्ट प्रमाण गांधी मैदान चांदनी चौक पार्किंग का प्रोजेक्ट, शिवा मार्केट पीतमपुरा पार्किंग प्रोजेक्ट, कुतुब रोड पार्किंग की जमीन को बेचने का प्रस्ताव न सिर्फ लाया गया बल्कि पारित किया गया. 132 प्लॉट संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर को भी निगम ने बेच दिया. करोल बाग में भी जमीन को बेचा गया. शालीमार बाग में भी स्कूल की जमीन का बेचा गया.
दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी के द्वारा लगातार इन जमीनों को बेचने का प्रस्तावना ना सिर्फ लाया गया बल्कि पास भी किया गया. सवाल उठाने पर बीजेपी ने जवाब दिया कि यह जमीन एनजीओ को दिया जा रहा है ताकि देखभाल की जा सके. लेकिन इस पूरे मामले में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है. यह सभी एनजीओ कहीं ना कहीं बीजेपी के नेताओं से जुड़े हुए हैं. निगम के अंतर्गत आने वाली सरकारी जमीनों को बेचकर निजी हित साधने का है.
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दुर्गेश पाठक ने कहा कि नॉर्थ एमसीडी के अंतर्गत आने वाली ढलाव जमीन, जो केशव पुरम जोन अशोक विहार के अंदर है. वहां पर निगम कमिश्नर द्वारा एक एनजीओ को इस जमीन को दे दिया गया है.पंचवटी सोशल वेलफेयर नामक संगठन को यह ढलाव घर की जमीन दी गई है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस वार्ड की वर्तमान पार्षद मंजू खंडेलवाल के पति राजेंद्र कुमार खंडेलवाल को यह जमीन दी गई है. जो सीधे के तौर पर एक बड़ा भ्रष्टाचार है. अपने निजी हितों को साधने के लिए यह एनजीओ बीजेपी के नेता ने बनाया और फिर उसी बीजेपी के नेता की पत्नी ने अपने निजी हितों के चलते निगम की जमीन को एनजीओ को दिलवाया.
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बकायदा मंजू खंडेलवाल के द्वारा पत्र लिखकर कहा गया था कि ढलाव घर की जमीन गैर सरकारी संगठन को दे दिया जाए. ढलाव घर की जमीन पर अगर कोई भी काम करना है तो इसी गैर सरकारी संगठन के द्वारा किया जाएगा. दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार है. इसकी जांच होनी चाहिए. बड़ी बेशर्मी के साथ निगम में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है. दिल्ली की जमीन जिसपर जनता के काम आने चाहिए उसके ऊपर बीजेपी के नेताओं द्वारा कब्जा किया जा रहा है. यह गैरकानूनी एक्टिविटी है जिसको लेकर मामला दर्ज होना चाहिए.