नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या के बीच दिल्ली सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था और आगामी रणनीतियों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण के आंकड़े साझा करते हुए कहा कि दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 17 हज़ार को पार कर गई है, वहीं अब तक 398 लोगों की मौत हुई है.
परमानेंट लॉकडाउन सम्भव नहीं
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कोरोना से चार कदम आगे चल रही है. उनका यह भी कहना था कि हम परमानेंट लॉकडाउन नहीं कर सकते, क्योंकि आज यह कोई नहीं कह सकता कि अगर एक महीने या 2 महीने लॉकडाउन कर दें, तो कोरोना खत्म हो जाएगा. कोरोना रहेगा और हमें इलाज की व्यवस्था करनी होगी.
मुख्यमंत्री को दो चिंता
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मेरी दो चिंताएं हैं. पहली चिंता यह कि कोरोना से मौत के मामले न बढ़ें और दूसरी चिंता की बात यह होगी कि अगर दिल्ली में 10 हज़ार मरीज हो जाएं और बेड मात्र 8 हज़ार हों, वेंटिलेटर और पीपीई किट की कमी हो जाए. उन्होंने कहा कि हम लगातार इसे लेकर काम कर रहे हैं. भले आज दिल्ली में 17386 मरीज हों, लेकिन इनमें से केवल 2100 ही अस्पताल में हैं, बाकी सभी अपने घरों पर हैं.
5 जून तक 9500 बेड
अरविंद केजरीवाल ने बीते एक हफ्ते में किए गए अपने काम का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले हफ्ते हमारे पास 4500 बेड थे, लेकिन बीते एक हफ्ते में हमने 2100 बेड का इंतजाम किया है. उनका यह भी कहना था कि पिछले हफ्ते ही हमने ऑर्डर जारी किए हैं और 5 जून तक दिल्ली में 9500 बेड हो जाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि हम होटल में भी मरीजों के रहने की व्यवस्था कर रहे हैं, वहां भी बेड के साथ ऑक्सीजन सहित अन्य इक्विपमेंट लगाए जा रहे हैं.
अस्पतालों में मात्र 2100 मरीज
बेड की उपलब्धता का जिक्र करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पताल में पहले ढाई हजार बेड थे, लेकिन आज 6600 बेड हैं, केंद्र के अस्पतालों में 2229 बेड हैं, प्राइवेट अस्पतालों में बेड 677 से बढ़कर अप 2677 हो चुके हैं और ये 5 जून तक 3677 हो जाएंगे. अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि 14 मई को दिल्ली में 8800 केस थे, जबकि आज 15 दिन बाद 17 हजार केस हैं. उस समय अस्पतालों में 1600 मरीज थे, जबकि आज 2100 मरीज हैं, यानी बीते 15 दिन में अस्पतालों में मात्र 500 मरीज बढ़े हैं.
ऐप से मिलेगी जानकारी
अरविंद केजरीवाल ने यह भी बताया कि हम एक ऐप बना रहे हैं, उसे डाउनलोड करके कोई भी पता लगा सकता है कि किस अस्पताल में कोरोना के कितने बेड या वेंटिलेटर हैं और उनमें से कितने खाली हैं. हाल के दिनों में दिल्ली के अस्पतालों के नाम पर कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. इन्हें लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग गंदी राजनीति के चलते भ्रमित करने वाले वीडियो बना रहे हैं.
भ्रमित करने वाले वीडियो
एक वीडियो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सुबह से एक वीडियो चल रहा है, इसमें बताया जा रहा है कि अस्पताल में कितनी लाशें हैं, लेकिन आज पता चला कि वह कहीं और का वीडियो है. इसी तरह कल एक अस्पताल का खाने से जुड़ा वीडियो आया था, जिसे दिल्ली सरकार के अस्पताल का वीडियो बता कर वायरल किया गया. उसे लेकर मैंने पता किया तो वो किसी अन्य अस्पताल का वीडियो निकला.
असली वीडियो पर एक्शन
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऐसा करना व्यवस्था को कमजोर करता है. उन डॉक्टर और नर्सेज को हतोत्साहित करता है, जिनकी मेहनत ने दिल्ली में कोरोना के डेथ रेट को कम कर रखा है और कोरोना के मरीजों ठीक हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा वास्तव में कोई वीडियो आता है, तो मैं उसपर एक्शन लूंगा.