नई दिल्ली: राजधानी के सरकारी स्कूलों में 11वीं के प्लान और नॉन प्लान एडमिशन के तहत शिक्षा निदेशालय की ओर से दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. वहीं इस दिशा निर्देश में कहा गया है कि निदेशालय द्वारा तय किए गए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के तहत छात्रों को एडमिशन दिया जाए.
इस दौरान सभी स्कूलों को सुनिश्चित करना होगा कि वह अपने स्कूल के छात्रों के साथ-साथ सरकारी फीडर स्कूल के छात्रों का एडमिशन ऑनलाइन मोड से ही लें. साथ ही कहा कि जिन अभिभावकों के पास ऑनलाइन फॉर्म जमा करने की सुविधा नहीं है, उन्हें स्कूल आकर फॉर्म जमा करने की सहूलियत दी जाए.
11वीं की दाखिला प्रक्रिया शुरू
बता दें कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 11वीं क्लास में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो रही है. वहीं शिक्षा निदेशालय ने 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए कुछ मानक तैयार किए हैं, जिसके तहत जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. साथ ही सभी एचओएस को निर्देशित किया गया है कि वह व्यक्तिगत तौर पर छात्रों को फोन कर उसका पसंदीदा स्ट्रीम जानें.
इसके अलावा दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन रखी जाए. अभिभावकों को सेल्फ अटेस्टेड दाखिला फॉर्म स्कैन कर व्हाट्सएप या ई मेल के जरिए एचओएस को भेजना होगा, जिसका प्रिंट आउट सभी एचओएस अपने पास रिकॉर्ड के लिए रखेंगे.
अलग-अलग स्ट्रीम में दाखिले के लिए मानक तय
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए मानकों के अनुसार साइंस स्ट्रीम विद मैथ्स चुनने वाले छात्रों के दसवीं के परीक्षा परिणाम में 50 फीसदी अंक आना जरूरी है. वहीं सब्जेक्ट वाइज देखें तो अंग्रेजी में 50 फीसदी जबकि स्टैंडर्ड गणित में 50 फीसदी और साइंस में 50 फीसदी नंबर होने जरूरी हैं. वहीं साइंस विदाउट मैथ्स के लिए भी 55 फीसदी ओवरऑल अंक होना चाहिए जबकि अंग्रेजी में 50 फीसदी और गणित में 40 फीसदी जबकि बेसिक गणित में 45 नंबर होने चाहिए.
इसके अलावा साइंस में छात्रों के 50 फीसदी अंक होने चाहिए. वहीं कॉमर्स विद मैथ्स में ओवरऑल 50 फीसदी अंक जरूरी. विषयानुसार देखें तो अंग्रेजी में छात्रों के 50 फीसदी अंक, स्टैंडर्ड मैथ्स में 50 फीसदी अंक जबकि सोशल साइंस में 45 फीसदी अंक जरूरी.
यह भी हैं जरूरी मानक
वहीं कॉमर्स विदाउट मैथ्स के लिए ओवरऑल 50 फीसदी अंक होने जरूरी है. इसके अलावा अंग्रेजी में या हिंदी में 45 फीसदी अंक जबकि सोशल साइंस में 45 फीसदी अंक होने जरूरी है. वहीं ह्यूमैनिटीज में दाखिला लेने वाले छात्रों का दसवीं की परीक्षा पास किया होना जरूरी है.
वहीं यदि छात्र इकोनॉमिक्स विषय चुनते हैं तो उनके ओवरऑल 45 फीसदी अंक होने चाहिए, जबकि अगर वह गणित का चुनाव करते हैं तो उनकी स्टैंडर्ड गणित में कम से कम 50 फीसदी अंक होने चाहिए.
स्ट्रीम चुनने के लिए छात्रों पर न बनाया जाए दबाव
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सभी स्कूल छात्रों को स्ट्रीम चुनने में मदद करें. पर इस बात का खासा ध्यान रखें कि किसी भी स्ट्रीम को चुनने के लिए छात्रों पर अभिभावकों या स्कूल की तरफ से किसी तरह का दबाव ना बनाया जाए. वहीं छात्रों की सहूलियत के लिए ऑनलाइन सेशन आयोजित करने और हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा निदेशालय ने कहा कि जिस छात्र के पास ऑनलाइन सुविधा नहीं हो उसे अलग-अलग टाइम स्लॉट देकर स्कूल में आने की सहूलियत दी जाए.