ETV Bharat / bharat

ब्रिटेन: दो मंत्रियों के इस्तीफे से राजनीतिक संकट, हेल्थ और वित्त मंत्री ने छोड़ा पद

author img

By

Published : Jul 6, 2022, 8:28 AM IST

Updated : Jul 6, 2022, 12:56 PM IST

-two-uk-cabinet-ministers-resign-boris-johnson-government
भारतवंशी ब्रिटिश मंत्री ऋषि सुनक सहित शीर्ष दो कैबिनेट मंत्रियों ने दिया इस्तीफा

राजकोष के चांसलर ऋषि सुनक और स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद, दोनों ने कई हाल के घोटालों का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया. पद छोड़ते हुए मंत्रियों ने प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के फैसले और ईमानदारी पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, अभी एक साल (करीब 11 महीने तक) बोरिस जॉनसन खिलाफ अविश्वास मत का प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है. लेकिन यदि इसी रफ्तार से इस्तीफे होते रहे तो बोरिस को इस्तीफा देना पड़ सकता है.

लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शिक्षा मंत्री दिम जहावी को नया वित्त मंत्री नियुक्त किया और साथ ही घोषणा की कि स्टीव बार्कले देश के नए स्वास्थ्य मंत्री होंगे. जॉनसन सरकार को बड़ा एक बड़ा झटका देते हुए वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने मंगलवार को अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व पर भरोसा नहीं है और वे घोटालों में घिरी सरकार के लिए काम नहीं कर सकते. पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेन के नागरिक साजिद जाविद और भारतवंशी ब्रिटिश मंत्री सुनक ने मंगलवार को कुछ ही मिनट के अंतराल पर ट्विटर पर अपना इस्तीफा साझा किया. दोनों मंत्रियों ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है, जब हाल ही में एक पूर्व नौकरशाह ने निलंबित सांसद क्रिस पिंचर के खिलाफ आरोपों से निपटने के ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ के तरीके को लेकर टिप्पणी की थी, जिससे विवाद खड़ा हो गया था.

  • I have spoken to the Prime Minister to tender my resignation as Secretary of State for Health & Social Care.

    It has been an enormous privilege to serve in this role, but I regret that I can no longer continue in good conscience. pic.twitter.com/d5RBFGPqXp

    — Sajid Javid (@sajidjavid) July 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें: ब्रिटेन में ‘कंजर्वेटिव पार्टी’ को दो उपचुनावों में मिली हार, प्रधानमंत्री जॉनसन को झटका

सुनक ने ट्वीट किया कि जनता सरकार से यही अपेक्षा रखती है कि वह उचित तरीके से, सक्षम तरीके से और गंभीरता से चले. हो सकता है कि यह आखिरी बार हो जब मैं मंत्री पद पर हूं, लेकिन मेरा मानना है कि ये मुद्दे आवाज उठाने लायक हैं और इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं. इससे पहले, जॉनसन ने अपने ऊपर बढ़ते दबाव के बीच मंगलवार को स्वीकार किया था कि संसद के एक दागदार सदस्य को सरकार के अहम पद पर नियुक्त करना गलत था. इसके बाद ही वित्त मंत्री ऋषि सुनक समेत सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा देने की घोषणा की. सुनक के इस्तीफा देने के बाद जॉनसन ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान वित्त मंत्री के रूप में उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा की और 'देश की उत्कृष्ट सेवा' करने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया.

पढ़ें: Partygate Scandal in Britain: बोरिस जॉनसन की बच गई कुर्सी, विश्वास मत में मिले 148 वोट

वहीं, जावेद (52) ने अपने इस्तीफे में कहा कि हम (कंजर्वेटिव पार्टी) भले ही हमेशा लोकप्रिय न रहे हों, लेकिन हम राष्ट्रहित में काम करने में हमेशा सक्षम रहे. दुख की बात है कि वर्तमान परिस्थितियों में जनता यह निष्कर्ष निकाल रही है कि हमने कुछ नहीं किया. हालांकि, मुझे यह कहते हुए खेद है, लेकिन मैं समझ गया हूं कि मौजूदा स्थिति आपके नेतृत्व में नहीं बदलेगी और इसलिए अब मुझे आप पर भरोसा नहीं है.

जॉनसन ने जावेद के इस्तीफे पर कहा कि उनकी 'बहुत याद' आएगी. उन्होंने कहा कि आपने इस सरकार और ब्रिटेन के लोगों के लिए उत्कृष्ट सेवाएं दी हैं. इसके बाद, कंजर्वेटिव पार्टी के उपाध्यक्ष बिम अफोलामी सहित कुछ अन्य लोगों ने भी इस्तीफा दे दिया. बिम अफोलामी ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने 'पार्टी और देश का समर्थन' खो दिया है. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जावेद के संसदीय निजी सचिव (पीपीएस) साकिब भट्टी ने भी इस्तीफा दे दिया है. उत्तरी आयरलैंड के मंत्री ब्रैंडन लुईस के पीपीएस जोनाथन गुलिस ने भी इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए कहा कि हम लोगों की सेवा करने की बजाय अपनी छवि सुधारने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं. इस बीच, विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार 'गिरने वाली है.'

इससे पहले, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने ऊपर बढ़ते दबाव के बीच मंगलवार को स्वीकार किया कि संसद के एक दागदार सदस्य को सरकार के अहम पद पर नियुक्त करना गलत था. जिसके बाद वित्त मंत्री ऋषि सुनक समेत सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. जॉनसन ने कहा था कि उन्हें इस बात का बहुत खेद है कि उन्होंने निलंबित सांसद क्रिस पिंचर के खिलाफ कदाचार की शिकायत का पता होने के बाद भी उन्हें ‘डिप्टी चीफ व्हिप’ के सरकारी पद पर नियुक्त किया.

ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन मंगलवार रात अपने दो शीर्ष कैबिनेट अधिकारियों के धमाकेदार इस्तीफे के बाद अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं. नवीनतम संकट एक कंजर्वेटिव सांसद और मिस्टर जॉनसन की सरकार में मंत्री क्रिस पिंचर से जुड़ा है. पिंचर ने नशे में दो लोगों से साथ अश्लील व्यवहार करने की शिकायत के बाद अपना सरकारी पद छोड़ दिया. बाद में पता चला कि उन पर पहले भी इसी तरह के आरोप लगे थे. कई दिनों तक, सरकार ने जोर देकर कहा कि मिस्टर जॉनसन को मिस्टर पिंचर को नियुक्त करते समय किसी भी पूर्व आरोप के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. फिर सोमवार को डाउनिंग स्ट्रीट ने स्वीकार किया कि प्रधान मंत्री को पिंचर के विदेश कार्यालय के दिनों से एक आरोप के बारे में पता था.

हालांकि, कुछ तथ्यों के आधार पर कहा जा रहा है कि जॉनसन को इसके बारे में पता था. मंगलवार को विदेश कार्यालय में पूर्व शीर्ष सिविल सेवक सर साइमन मैकडोनाल्ड ने सरकार पर बार-बार सच्चाई को विकृत करने का सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया. मंगलवार को जॉनसन ने मिस्टर पिंचर को नियुक्त करने के लिए मंगलवार को माफी मांगा. उन्होंने कहा कि उन्हें इसका कड़ा अफसोस है. सुनक और जाविद के इस्तीफे बाद जॉनसन अपने प्रधान मंत्री के तीन साल के कार्यकाल की सबसे असुरक्षित स्थित में है. ठीक एक महीने पहले जॉनसन अपने साथी कंजर्वेटिव सांसदों द्वारा लाये गये अविश्वास मत से बच गये थे. लेकिन अब उनके सामने एक बार फिर से संकट खड़ा हो गया.

हालांकि, अभी एक साल (करीब 11 महीने तक) बोरिस जॉनसन खिलाफ अविश्वास मत का प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है. लेकिन यदि इसी रफ्तार से इस्तीफे होते रहे तो बोरिस को इस्तीफा देना पड़ सकता है. हालांकि, दोनों मंत्रियों के इस्तीफे के बाद जॉनसन ने तेजी से कदम उठाते हुए स्वास्थ्य सचिव के रूप में स्टीव बार्कले को नियुक्त किया. बोरिस जॉनसन का प्रधानमंत्री बने रहना इस बात पर निर्भर करता है कि उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य उनके साथ खड़े हैं या नहीं. हालांकि कई वरिष्ठ मंत्रियों को प्रधानमंत्री के प्रति वफादार माना जाता है, लेकिन कुछ अन्य के बारे में संदेह है. जिनपर आगे नजर रखना दिलचस्प होगा.

Last Updated :Jul 6, 2022, 12:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.