अयोध्या: भगवान रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है. मंदिर निर्माण के बाद रामलला की 5 वर्ष की बालक रूप की प्रतिमा अचल मूर्ति के तौर पर प्रतिष्ठा भव्य मंदिर में की जाएगी. भगवान की अचल प्रतिमा के लिए पत्थरों का अयोध्या पहुंचना बदस्तूर जारी है. जहां, बीते दिनों राजस्थान, कर्नाटक और नेपाल के पत्थर अयोध्या पहुंचे थे. अब से भी एक पत्थर अयोध्या पहुंचा है. सभी पत्थरों का सैंपल लिया गया है और श्याम वर्ण की बालक स्वरूप की प्रतिमा इन्हीं पत्थरो में से किसी एक की बनाई जाएगी. भगवान रामलला के अचल मूर्ति के लिए पत्थरों पर मंथन का दौर अभी चल रहा है. सूत्रों के अनुसार राम जन्मभूमि निर्माण समिति की बैठक में पत्थरों के चयन की प्रक्रिया पर मुहर लग सकती है.
भगवान राम लला की मूर्ति का चित्र लगभग चयनित कर किया जा चुका है. जो मशहूर चित्रकार वासुदेव कामत ने बीते दिनों मूर्तिकार और ट्रस्ट की बैठक में प्रेषित किया था. भगवान राम लला 5 वर्षीय बालक के रूप में होंगे, जो कमल दल पर सवार होंगे और उनके हाथ में तीर-कमान होगा. इसके अलावा भगवान को आभूषण पहनाने के लिए थोड़े से बदलाव किए जाने थे. अब मशहूर चित्रकार वासुदेव कामत द्वारा बनाए गए रामलला के चित्र पर भगवान रामलला की मूर्ति का निर्माण होगा. भगवान राम लला के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया युद्धस्तर पर चल रही है. पूर्व में तय किए गए समय सितंबर 2023 तक मंदिर के गर्भ ग्रह समेत भूतल का निर्माण पूरा हो जाएगा. ऐसे में मूर्ति के निर्माण के लिए पत्थरो के चयन प्रक्रिया भी अब जोरों पर है.श्री राम मंदिर ट्रस्ट कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने बताया कि पत्थर लगातार आ रहे हैं. अब उड़ीसा से पत्थर आया है लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उड़ीसा में कहां से आया है.
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