चेन्नई : अन्नाद्रमुक की पूर्व अंतरिम महासचिव वी. के शशिकला को जेल में रहने के दौरान स्पेशल सुविधा मिलने के मामले में जमानत मिल गई है. शशिकला की भाभी इलावरसी को भी बेंगलुरु की एसीबी कोर्ट ने जमानत दे दी. शशिकला और उनकी भाभी इलावरसी शुक्रवार को बेंगलुरू में एक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अदालत के समक्ष पेश हुईं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 2018 में आरोप लगाया था कि पूर्व अन्नाद्रमुक महासचिव और उनके परिजनों ने बेंगलुरु जेल में कैद के दौरान तरजीही व्यवहार (खास ट्रीटमेंट) किया.
मामले की जांच का जिम्मा सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी विनय कुमार को सौंपा गया था. कथित तौर पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने हिंडाल्गा जेल में पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार के आधिकारिक आवास पर छापे मारे. रिपोर्ट पर कोई प्रगति नहीं होने के कारण कर्नाटक उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई. हाई कोर्ट ने एसीबी से 25 अगस्त, 2021 तक सीलबंद लिफाफे में जांच का विवरण जमा करने को कहा था.
दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की बेहद करीबी रहीं शशिकला ने जेल से रिहा होने के एक महीने बाद राजनीति छोड़ दी थी, लेकिन हाल के दिनों में वह फिर सक्रिय दिखाई दे रही हैं.
अन्नाद्रमुक ने शशिकला से मिलने पर ओपीएस के भाई को पार्टी से निकाला
हाल ही में अन्नाद्रमुक ने पार्टी की पूर्व अंतरिम महासचिव वी. के शशिकला से मुलाकात करने पर पार्टी के मुख्य समन्वयक और पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम (ओपीएस) के भाई ओ. राजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था. पार्टी ने थेनी जिले के तीन अन्य पार्टी पदाधिकारियों को भी हटाया है. इनमें साहित्यिक विंग के सचिव एस. मुरुगेसन; मछुआरा विंग के सचिव करुप्पुजी और एस. सेतुपति, पार्टी की गुडलुर नगर इकाई के सचिव शामिल हैं. राजा थेनी सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (आविन) के प्रमुख हैं.
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