भोपाल। संघ प्रमुख मोहन भागवत अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. इसी तरह उन्होंने एक बार फिर बयान दिया है. सिंधी समाज के कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल पहुंचे संघ प्रमुख ने कहा कि भारत पाकिस्तान के विभाजन को गलती बताया. उन्होंने कहा कि आजादी के सात दशक के बाद भी पाकिस्तान के लोग खुश नहीं हैं. अब वे मानते हैं कि भारत का विभाजन एक गलती थी. मोहन भागवत ने सिंधी समाज के जरिए देश को अखंड भारत का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि आप तैयार रहिए. साथ ही मोहन भागवत ने यह भी कह दिया कि हम पाकिस्तान पर हमला नहीं करने जा रहे, मैं अतिक्रमणकारी नहीं हूं.
भारत-पाक विभाजन गलती, देश को दिया संदेश: भागवत ने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि विभाजन के बाद भारत से जो अलग हो गए, क्या वे अब भी खुश हैं? उन्होंने कहा मेरे कहने का मतलब यह नहीं है कि भारत को पाकिस्तान पर हमला करना चाहिए, बिल्कुल नहीं. हम उस संस्कृति से ताल्लुक नहीं रखते हैं जो दूसरों पर हमले का आह्वान करती है. भागवत ने कहा हम उस संस्कृति से हैं जो आत्मरक्षा में मुंहतोड़ जवाब देती है. भागवत ने जोर देकर कहा पाकिस्तान के लोग अब कह रहे हैं कि भारत का विभाजन एक गलती थी. सभी कह रहे हैं कि यह एक गलती थी. खंडित भारत एक दुस्वप्न है. संघ प्रमुख का ये संदेश साफ बता रहा है कि मोदी सरकार के अंदर पाक आक्यूपाईड कश्मीर को लेकर जरुर कुछ न कुछ चल रहा है. तभी मोहन भागवत का इस तरह का बयान आया है. उन्होंने सीधे तौर पर अखंड भारत के सपने को साकार करने को कहा और सिंधी समाज से कहा कि छोटे मोटे प्रलोभन में न आए बल्कि अखंड भारत की तैयारी करें. मोहन भागवत ने कहा कि सरकारों में घोषणाएं तो होती रहती है, लेकिन ये जरुरी नहीं कि सभी पर अमल हो पाए. इसकी चिंता आप न करें बल्कि आपको अखंड भारत का सपना पूरा करना है.
क्या बोले संघ प्रमुख: मोहन भागवत ने कहा कि अपने देश का नाम सिंध के नाम से संबंध रखता है. इंदौर की घटना का सबको दुःख है, लेकिन होनी को कोई नहीं टाल सकता. जब मुझे इंदौर हादसे के बारे में पता चला तो मैं उस वक्त गंगा किनारे था, मैंने वहीं श्रद्धांजली दी. उन्होंने कहा कि शहीदों ने मौत का सामना खुद किया. हेमू कालाणी ने शहीद होकर हमें जीवन जीने की कला सिखाई. हम सिंधु हैं और सिंधु प्रदेश अपना रहन सहन नहीं भूलेंगे. क्योंकि ये विभाजन कृत्रिम था. जिसने विभाजन किया था, उसने भी कहा था मुझे नहीं पता मैंने क्या किया.
महामंडलेश्वर संतराम ने सरकार को दिखाया आइना: दरअसल मोहन भागवत के कार्यक्रम के दौरान मंच पर महामंडलेश्वर संतराम ने सरकार को आइना दिखाते हुए कहा कि सिंधी समाज को एकजुट होना है तभी सरकार से संरक्षण मिलेगा. उन्होंने इंदौर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सिंधी मंदिर और अन्य प्रतिष्ठानों में हमले हुए, लेकिन सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से चाहूंगा कि आप घटना पर संज्ञान लें. लिहाजा मंच से कही बात पर मोहन भागवत ने इशारों ही इशारों में कह दिया कि जरुरी नहीं कि सरकार की हर घोषणा पर अमल हो.
सीएम ने सिंधी समाज की मांगें मानी: सीएम शिवराज हेमू कालाणी की जीवनी सिलेबस में शामिल करने का एलान किया. स्कूली बच्चाें की किताबों में सिंधी समाज के संतों की जीवनी होगी. जिसे वे पढेंगे. अगले महीने से सरकार सिंधु दर्शन योजना शुरू करने जा रही है. जिसमें 25 हजार रुपए प्रति तीर्थ यात्री मिलेगा. प्रदेश में सिंधी साहित्य अकादमी का बजट बढ़ाकर 5 करोड़ किया जाएगा. मनुआभान की टेकरी पर हेमू कालाणी की प्रतिमा लगाई जाएगी. जबलपुर, इंदौर में सिंधी बाहुल्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी हेमू कालाणी की प्रतिमा लगाई जाएगी. इसके अलावा 1614 वर्ग फीट के मकान को 1 प्रतिशत मूल्य लेकर पट्टा वैधानिक किया जाएगा. इसी तरह दुकान को भी वैध किया जाएगा. सीएम ने कहा कि इसके आदेश आज ही निकल जाएगें.