चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया. सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई गई है. जेल पहुंचते ही सिद्धू अब कैदी नंबर 241383 हो गए हैं. नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला जेल में एक कुर्सी, मेज, दो पगड़ी, एक अलमारी, एक कंबल, एक बेड, तीन अंडरवियर और बनियान, दो टॉवल, एक मच्छरदानी, एक कॉपी पेन, एक शूज की जोड़ी, दो बेडशीट, चार कुर्ते पजामे और दो सिरहाने का कवर मिलेगा.
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30 से 90 रुपए प्रतिदिन कमाएंगे सिद्धू : हर दिन लाखों रुपये की कमाई करने वाले सिद्धू अब जेल में सिर्फ 30 से 90 रुपये प्रतिदिन कमा पाएंगे. जेल प्रशासन के नियमों के अनुसार सजायाफ्ता कैदियों को सफेद कपड़े पहनना जरूरी है. इसलिए रंगीन जिंदगी जीने वाले सिद्धू को भी अन्य कैदियों की तरह सफेद कपड़े पहनने होंगे. जेल में हर कैदी को काम करना होता है. क्योंकि सिद्धू अभी अभी ही जेल पहुंचे हैं तो उन्हें शुरुआती तीन महीने काम करने का प्रशिक्षण लेना होगा. उन्हें तीन महीने अवैतनिक काम करना होगा. तीन महीने बाद ही सिद्धू को काम के पैसे मिलने लगेंगे. जिसमें भी वो 30 से 90 रुपए प्रतिदिन कमाने को मिलेंगे.
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क्या था मामला : 27 दिसंबर 1988 को नवजोत सिंह सिद्धू शाम को अपने दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट मार्केट गए थे. मार्केट में 65 साल के गुरनाम सिंह से पार्किंग को लेकर उनकी कहासुनी हो गई जो देखते ही देखते मारपीट तक पहुंच गई. मारपीट में सिद्धू ने घुटना मारकर गुरनाम सिंह को गिरा दिया था. बाद में जख्मी हालत में उनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई. इस मामले में सिद्धू के खिलाफ पंजाब के पटियाला जिला में FIR दर्ज हुई. इसके बाद 22 सितंबर 1999 को पटियाला के ट्रायल कोर्ट ने सिद्धू और उनके दोस्त संधू को बरी कर दिया था.