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अलीगढ़ में पीएम मोदी ने रखी राजा महेंद्र सिंह यूनिवर्सिटी की आधारशिला, कल्याण सिंह को किया याद

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Published : Sep 14, 2021, 12:02 PM IST

Updated : Sep 14, 2021, 2:30 PM IST

पीएम मोदी ने रखी राजा महेंद्र सिंह यूनिवर्सिटी की आधारशिला
पीएम मोदी ने रखी राजा महेंद्र सिंह यूनिवर्सिटी की आधारशिला

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले पीएम नरेंद्र मोदी का अलीगढ़ दौरा अहम माना जा रहा है. अलीगढ़ में यूनिवर्सिटी की आधारशिला और डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास होना है. इसे ही बीजेपी के लिए मिशन यूपी की शुरुआत माना जा रहा है.

अलीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी ने राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर स्थापित होने वाली यूनिवर्सिटी का आधारशिला रख दी है. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं. अलीगढ़ पहुंचकर पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का अवलोकन किया.

अलीगढ़ में पीएम मोदी के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं. पीएम मोदी ने यहां पर यूनिवर्सिटी के मॉडल का जायजा लिया, कॉरिडोर को लेकर दी गई जानकारियों को देखा.

पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के सपूत श्यामजी कृष्ण वर्मा और लाला हरदयाल से मिलने के लिए प्रथम विश्व युद्ध के वक्त राजा महेंद्र सिंह यूरोप गए थे. उसी के बाद अफगानिस्तान में भारत की पहली निर्वासित सरकार बनी, इस सरकार का नेतृत्व राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने किया था. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मुझे श्यामजी कृष्ण वर्मा की अस्थियों को वापस लाने का मौका मिला.

अलीगढ़ में पीएम मोदी का संबोधन

अलीगढ़ के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ा दिन है. पीएम मोदी ने कहा कि आज स्वर्गीय कल्याण सिंह होते तो काफी खुश होते. आजादी की लड़ाई में कई ऐसे योद्धा रहे, जिनका परिचय नई पीढ़ी से नहीं करवाया गया. 20वीं सदी की गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव जी हो, छोटूराम जी या फिर राजा महेंद्र सिंह जी, नई पीढ़ी को इनसे परिचित कराने का काम हो रहा है. देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, इन कोशिशों को और गति दी जा रही है. राजा महेंद्र प्रताप सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.

अलीगढ़ में पीएम मोदी ने कहा कि आज अलीगढ़ के लिए, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ा दिन है. आज राधाष्टमी है, जो आज के दिन को और भी पुनीत बनाता है. बृज भूमि के कण-कण में राधा ही राधा हैं. मैं पूरे देश को राधाष्टमी की हार्दिक बधाई देता हूं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में शासन में गुंडों और माफियाओं की मनमानी चलती थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चीजें बदल गई हैं और ऐसे तत्व सलाखों के पीछे हैं.

मोदी ने कहा, मुझे याद हैं, जब 2017 से पहले गरीबों के उत्थान की हर योजना में यहां बाधा डाली जाती थी. एक-एक योजना लागू करने के लिये दर्जनों बार केंद्र की तरफ से चिट्ठी लिखी जाती थी, लेकिन यहां उस गति से काम नहीं होता था. यह मैं 2017 से पहले की बात कर रहा हूं. उत्तर प्रदेश के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे. किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था. आज योगी जी की सरकार पूरी ईमानदारी से उत्तर प्रदेश के विकास में जुटी हुई है.

उन्होंने कहा, एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था, लेकिन अब वसूली करने वाले, माफिया राज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं.

पूर्ववर्ती सरकारों को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा करते हुये मोदी ने कहा, मैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को विशेष तौर पर याद दिलाना चाहता हूं कि इसी क्षेत्र में चार-पांच साल पहले लोग अपने ही घरों में डर कर जीते थे. बहन-बेटियों को घर से निकलने में, स्कूल तथा कॉलेज जाने में डर लगता था. जब तक बेटियां घर वापस न आयें, माता-पिता की सांसे अटकी रहती थीं. जो माहौल था, उसमें कितने ही लोगों को अपने पुश्तैनी घर छोड़ कर जाना पड़ा, पलायन करना पड़ा. आज उत्तर प्रदेश में कोई अपराधी ऐसा करने से पहले कई बार सोचता है. योगी जी की सरकार में गरीब की सुनवाई भी है, गरीब का सम्मान भी है.

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुये कहा, योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की बदलती कार्यशैली का एक बड़ा प्रमाण हैं, सभी को (कोविड-19 रोधी) टीके मुफ्त में मुहैया कराने का अभियान. उत्तर प्रदेश में अभी तक आठ करोड़ से अधिक टीकों की खुराक दी जा चुकी है. एक दिन में सबसे अधिक टीके लगाने का रिकॉर्ड भी उत्तर प्रदेश के नाम है. वायरस के इस संकट काल में गरीब की चिंता सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. गरीबों को भुखमरी से बचाने के लिये जो काम दुनिया के बड़े-बड़े देश नहीं कर पाये, वह आज भारत कर रहा है, यह हमारा उत्तर प्रदेश कर रहा है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे पहले अलीगढ़ में मंगलवार को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी. उन्होंने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़ नोड और राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के मॉडलों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया था. इस मौके पर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पुरानी मांग के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर एएमयू के बगल में बनने वाले एक नए विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी.

यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ की कोल तहसील के लोढ़ा तथा मूसेपुर करीम जरौली गांव की 92 एकड़ से ज्यादा जमीन में बनाया जाएगा. अलीगढ़ मंडल के 395 महाविद्यालयों को इससे संबंद्ध किया जाएगा. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, छात्रावास, आवासीय भवन आदि के लिए 101.41 करोड़ रुपये की लागत के निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है.

सीएम योगी ने किया पीएम मोदी का शुक्रिया

इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित किया. सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है, ऐसे वक्त में भारत में जीवन और जीविका को बचाने के लिए देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी की अगुवाई में भारत दुनिया के लिए मिसाल बना है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में यूपी में निवेश बढ़ा है, हमने 1.61 करोड़ युवाओं को रोजगार दिया है. पीएम मोदी ने ही डिफेंस कॉरिडोर का वादा किया था, जिसके अलीगढ़ नोड पर आज काम शुरू हो रहा है.

कौन थे राजा महेंद्र प्रताप सिंह

राजा महेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र थे और वह एक दिसंबर 1915 को काबुल में स्थापित भारत की पहली प्रोविजनल सरकार के राष्ट्रपति भी थे. मुरसान राज परिवार से संबंध रखने वाले राजा ने दिसंबर 1914 में सपरिवार अलीगढ़ छोड़ दिया था और करीब 33 सालों तक जर्मनी में निर्वासन में रहे. वह आजादी के बाद 1947 में भारत लौटे और 1957 में मथुरा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जनसंघ के प्रत्याशी अटल बिहारी बाजपेयी को हराकर सांसद बने.

Last Updated :Sep 14, 2021, 2:30 PM IST
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