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Cyclone Biparjoy: एनडीआरएफ डीजी ने कहा- गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से किसी की जान नहीं गई

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Published : Jun 16, 2023, 4:18 PM IST

गुजरात में तूफान बिपरजॉय के आने के बाद किसी की जान नहीं गई है. उक्त जानकारी एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल (Atul Karwal) ने मीडिया से बातचीत में दी. उन्होंने कहा कि गुजरात में एक हजार गांवों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है. पढ़िए पूरी खबर...

NDRF Director General Atul Karwal
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक अतुल करवाल

नई दिल्ली : राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के महानिदेशक अतुल करवाल (Atul Karwal) ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के आने के बाद किसी की जान नहीं गई है. हालांकि 23 लोग विभिन्न घटनाओं में घायल हुए हैं और राज्य के कम से कम एक हजार गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के कारण तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने से कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी तबाही हुई है. एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के जखौ बंदरगाह के निकट पहुंचने की प्रक्रिया बृहस्पतिवार शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू हुई और देर रात दो बजकर 30 मिनट तक चली. इस दौरान पूरे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई.

  • Delhi | Two people died before landfall. There were no casualties after landfall. 24 animals have also died. 23 people have sustained injuries. Electricity supply has been interrupted in about a thousand villages. 800 trees have fallen. It is not raining heavily anywhere except… pic.twitter.com/QCqhv791yL

    — ANI (@ANI) June 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

करवाल ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि दुर्भाग्य से तूफान के गुजरात पहुंचने के पहले दो लोगों की मौत हो गई लेकिन तूफान के पहुंचने के बाद कोई जनहानि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि गुजरात प्रशासन तथा अन्य एजेंसियों ने जानमाल का कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के लिए मिल कर काम किया था और यह उसी का नतीजा है. एनडीआरएफ के महानिदेशक ने कहा कि तूफान से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 23 लोग घायल हो गए. उन्होंने कहा कि राज्य के कम से कम एक हजार गांव बिजली संकट का सामना कर रहे हैं. इनमें 40 प्रतिशत बिजली संकट अकेले कच्छ जिले में है.

करवाल ने कहा, '500 कच्ची अथवा फूस की झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं, कुछ पक्के मकानों को भी नुकसान पहुंचा है और 800 पेड़ उखड़ गए हैं. हमारी और राज्य आपदा मोचन बल की टीम हालात को सामान्य बनाने और प्रभावितों की मदद के लिए काम कर रही हैं.' उन्होंने कहा कि राज्य में अधिकतर सड़क मार्ग साफ है और सेलफोन नेटवर्क अब भी काम कर रहे हैं. राजकोट के अलावा गुजरात में कहीं भारी बारिश नहीं हो रही है.

गुजरात के तटीय इलाकों में पहुंचने के कुछ घंटों बाद चक्रवात की तीव्रता कम होकर बेहद गंभीर से गंभीर श्रेणी में आ गई. चक्रवात उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने के साथ कमजोर पड़ गया है. शाम तक यह दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा. चक्रवात अब दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रहा है तथा एनडीआरएफ ने राज्य सरकार से विचार-विमर्श करके एक टीम जलोर में पहले ही तैनात कर दी है क्योंकि भारी बारिश से बाढ़ आने और लोगों के फंसने का खतरा है.

राहत तथा बचाव कार्य के लिए गुजरात में एनडीआरएफ की 18 टीम पेड़ काटने वाली मशीनों तथा नौकाओं के साथ तैनात हैं. उन्होंने कहा कि चक्रवात से पैदा किसी भी हालात से निपटने के लिए महाराष्ट्र में पांच तथा कर्नाटक में चार टीम तैनात हैं.

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(पीटीआई-भाषा)

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