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MP Drug Injections Recovered: नशे के खिलाफ जबलपुर पुलिस की सबसे बड़ी कार्रवाई, गोदाम से 62 हजार इंजेक्शन बरामद

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Published : Aug 4, 2023, 7:07 AM IST

Updated : Aug 4, 2023, 7:23 AM IST

Jabalpur police recovered 62000 injections
जबलपुर में 62 हजार नशीले इंजेक्शन बरामद

मध्य प्रदेश के जबलपुर पुलिस ने नशे के खिलाफ शिकंजा कसा है. पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक के पास से 62 हजार के करीब नशे के इंजेक्शन बरामद किए हैं. पुलिस का दावा है कि यह नशे के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.

गोदाम से 62 हजार इंजेक्शन बरामद

जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में नशे के इंजेक्शन के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पुलिस ने 62,000 नशे के इंजेक्शन बरामद किए हैं. 1 सप्ताह पहले नीरज परयानी नाम के मेडिकल संचालक को पुलिस ने हिरासत में लिया था. उसी के ठिकाने से इंजेक्शन बरामद हुए हैं. नीरज परयानी जबलपुर के आसपास छोटे-छोटे कारोबारियों को गैरकानूनी ढंग से नशे के इंजेक्शन बेचता था. एंटी एलर्जी और पेन किलर के इंजेक्शन का उपयोग नशेड़ी नशे के लिए करते हैं.

इंजेक्शन की बड़ी खेप पकड़ी: जानकारी के अनुसार, जबलपुर पुलिस ने गुरुवार को एक बार फिर बुप्रेनोरफिन, हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन, फार जेसिक इंजेक्शन की बड़ी खेप पकड़ी है. जबलपुर पुलिस का दावा है कि यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. जिसमें पुलिस ने लगभग 62000 नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं. इनकी अनुमानित कीमत लगभग ₹38,00,000 बताई जा रही है.

हफ्ते पहले पकड़ा गया था आरोपी: बीते दिनों जबलपुर क्राइम ब्रांच ने राजू विश्वकर्मा नाम के एक युवक को हिरासत में लिया था. यह लाल माटी इलाके में घूम घूम कर नशे के इंजेक्शन बेच रहा था. इसके पास 100 इंजेक्शन थे. जब राजू विश्वकर्मा को पकड़ा गया तो उसने बताया कि ''उसे यह इंजेक्शन नीरज परनामी नाम के मेडिकल संचालक से मिले हैं. नीरज एसएन फार्मा मेडिकल स्टोर को चलाता है.'' इसके बाद पुलिस ने नीरज परनामी की दुकान पर छापा मारा जहां से पुलिस को 8000 इंजेक्शन मिले थे. इस मामले में भी नीरज पर ड्रग एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी और पुलिस ने नीरज की रिमांड ली थी.

नशीले इंजेक्शन की बना रखी थी गोदाम: रिमांड के दौरान पूछताछ में नीरज परनामी ने बताया कि ''उसके पास नशे के लगभग 62000 इंजेक्शन और हैं. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने आनंद नगर कॉलोनी में एक किराए के मकान पर छापा मारा, जहां नशीले इंजेक्शन की पूरी गोदाम मिली. इस मामले में पुलिस ने राजू विश्वकर्मा और नीरज को आरोपी बनाया है. इन दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 328, 109 भादवि तथा धारा 18 सी, 27 बी औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम एवं 5/13 म.प्र.ड्रग्स कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.

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नशीली दवाओं का केंद्र बना जबलपुर: जबलपुर में बीते 6 महीने में ऑपरेशन शिकंजा के तहत लगभग दो दर्जन से ज्यादा कार्रवाई की गई है और इसमें बड़े पैमाने पर नशीले इंजेक्शन के कारोबारी पकड़े गए हैं. नशीली दवाएं जब्त की गई हैं लेकिन इस बार जो जखीरा मिला है उस से दो बातें बहुत स्पष्ट हैं. पहला की जबलपुर नशीली दवाओं की खरीद बिक्री का बड़ा केंद्र बन गया है. दूसरा नशे की इन दवाओं का उपयोग जबलपुर और इसके आसपास शहरी और ग्रामीण इलाके में हो रहा है. मतलब बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं के एडिक्ट लोगों की संख्या बढ़ रही है जो ज्यादा चिंता की बात है.

नशीले इंजेक्शन से हो सकती है मौत: जिन दो इंजेक्शन को पुलिस ने नीरज से बरामद किया है उनमें एक दर्द निवारक है और दूसरा एंटीएलर्जिक. लेकिन नशेड़ी इन दोनों का इस्तेमाल एक साथ करते हैं. इसका क्या असर उनके शरीर पर पड़ता है इसके बारे में तो जानकारी नहीं है, लेकिन इन दोनों को लगाने से तेज नशा होता है. जबकि इन दोनों की आदत हो जाने पर यह शरीर के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है यहां तक की ज्यादा मात्रा में लेने से लोगों की मौत भी हो सकती है.

दोनों आरोपियों को भेजा गया जेल: जबलपुर पुलिस अधीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी ने बताया कि ''नीरज परनामी नाम के मेडिकल संचालक को रिमांड पर लिया था. उसकी निशानदेही पर उसके गोदाम से 62000 इंजेक्शन बरामद किए हैं. पुलिस ने इस मामले में नीरज परनामी और इंजेक्शन सप्लाई करने वाले राजू विश्वकर्मा को जेल भेज दिया है.''

Last Updated :Aug 4, 2023, 7:23 AM IST
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