ETV Bharat / bharat

India China border : भारत-चीन सीमा पर तैनात होंगी आईटीबीपी की 3 बटालियन, BOP भी स्थापित की जाएंगी

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 11, 2023, 7:10 PM IST

गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भारत-चीन सीमा के अरुणाचल प्रदेश सेक्टर पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की तीन बटालियन तैनात करने की मंजूरी दे दी है. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

ITBP (फाइल फोटो)
आईटीबीपी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: भारत-चीन संवेदनशील सीमा पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की तीन बटालियन तैनात करने को मंजूरी दी गई है. सरकार ने अरुणाचल प्रदेश में आईटीबीपी की और अधिक सीमा चौकियां (बीओपी) स्थापित करने का भी निर्णय लिया है. सरकारी प्रतिष्ठान के सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि केंद्र ने फरवरी में आईटीबीपी को सात अतिरिक्त बटालियन बनाने की मंजूरी दे दी थी.

सूत्रों ने बताया कि सात नई स्वीकृत बटालियनों में से तीन अब तैनाती के लिए तैयार हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अधिक आईटीबीपी चौकियां स्थापित करने और नई बटालियनों की तैनाती से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को चीनी सेना की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने में मदद मिलेगी.

इसे लेकर ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीके खन्ना ने ईटीवी भारत से कहा कि 'अधिक बटालियनों की तैनाती और बीओपी स्थापित करने से निश्चित रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ेगी.'

पूर्वोत्तर राज्यों में सेवा कर चुके खन्ना ने कहा कि 'भारत-चीन सीमा पर कई ऐसे इलाके हैं जहां इंसानी आबादी नहीं है. अधिक बटालियनों की तैनाती और बीओपी की स्थापना से निश्चित रूप से उन क्षेत्रों में निवासी आ जाएंगे.'

यह सच है कि बुनियादी सुविधाओं और बुनियादी ढांचे की कमी के कारण, सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग अन्य शहरी स्थानों के लिए अपना स्थान छोड़ देते हैं. भारत और चीन के बीच की कुल 3488 किमी सीमा में से अरुणाचल प्रदेश की 1126 किमी सीमा पड़ोसी देश के साथ लगती है. जम्मू-कश्मीर (1597 किमी), हिमाचल प्रदेश (200 किमी), उत्तराखंड (345 किमी) और सिक्किम (220 किमी) राज्य भी चीन के साथ अपनी सीमा साझा करते हैं.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत-चीन सीमा का पूरी तरह से सीमांकन नहीं हुआ है और वास्तविक नियंत्रण रेखा को स्पष्ट करने और पुष्टि करने की प्रक्रिया जारी है. इस क्षेत्र की विशेषता उच्च ऊंचाई वाला इलाका और घनी आबादी है, जिसके परिणामस्वरूप इन क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का अपर्याप्त विकास हुआ है.

67 सीमा चौकियां : आईटीबीपी, जो चीन के साथ भारत की सीमा की रक्षा करती है. आईटीबीपी ने अब तक पूर्वी क्षेत्र (सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश) में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 67 सीमा चौकियां (बीओपी) स्थापित की हैं.

इसी प्रकार, पश्चिमी सेक्टर (जम्मू और कश्मीर) के साथ 35 बीओपी स्थापित किए गए हैं और मध्य सेक्टर (हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) के साथ 71 बीओपी स्थापित किए गए हैं.

सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को बड़ा बढ़ावा देते हुए, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने हाल ही में 678 करोड़ रुपये की लागत से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ अरुणाचल प्रदेश में आठ सड़कें पूरी की हैं. बीआरओ ने कहा कि कुल 90 परियोजनाओं का उद्घाटन भी मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.

सिंह अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में बालीपारा-चारदुआर-तवांग (बीसीटी) सड़क पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण नेचिफू सुरंग का भी उद्घाटन करेंगे, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में सैनिकों के साथ-साथ नागरिकों की तेज आवाजाही में सुविधा होगी.

टनल पहले, घने कोहरे की स्थिति के दौरान सामान्य यातायात और सैन्य काफिलों में बाधा उत्पन्न करती थी. बीआरओ ने आगे कहा कि एक वास्तुशिल्प उत्कृष्ट कृति, रणनीतिक रूप से स्थित सुरंग सैनिकों के साथ-साथ नागरिकों की तीव्र आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी. 'यह टनल लगभग 5 किमी की दूरी कम करके घने कोहरे वाले क्षेत्र में यात्रा और कनेक्टिविटी में आसानी प्रदान करेगी.'

ये भी पढ़ें

Manipur Violence: मणिपुर स्थिति पर एमएचए की समीक्षा बैठक, अतिरिक्त केंद्रीय अर्धसैनिक बल तैनात करने का फैसला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.