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Jet Airways संस्थापक नरेश गोयल बोले- ...मैं मर सकता हूं, अदालत ने 14 सितंबर तक बढ़ाई ED की हिरासत

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 12, 2023, 6:51 AM IST

मुंबई स्थित विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने सोमवार को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत 14 सितंबर तक बढ़ा दी है. 74 वर्षीय गोयल को एजेंसी ने ₹538 करोड़ की कथित ऋण धोखाधड़ी की मनी लॉन्ड्रिंग जांच मामले में गिरफ्तार किया है. पढ़ें पूरी खबर...

Jet Airways
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की मुंबई कोर्ट में पेशी हुई.

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की मुंबई कोर्ट में पेशी हुई.

मुंबई : एक विशेष अदालत ने सोमवार को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की ईडी हिरासत 14 सितंबर तक बढ़ा दी. इसके साथ ही कोर्ट ने जांच एजेंसी को निर्देश दिया कि वह उन्हें अपनी दवाएं ले जाने और उनके स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों, यदि कोई हो, को 'बिना किसी देरी के' रिपोर्ट करने की अनुमति दे. 1 सितंबर को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केनरा बैंक द्वारा जेट एयरवेज को दिए गए 538.62 करोड़ रुपये के ऋण से धन की कथित हेराफेरी के मामले में गोयल को गिरफ्तार किया था. विशेष अदालत ने उन्हें 11 सितंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था.

सुनवाई के बाद नरेश गोयल के वकील ने दी जानकारी.

सोमवार को, ईडी ने यह कहते हुए उनकी चार और दिनों की हिरासत की मांग की कि जांच अधिकारी गवाहों के बयानों और अपराध की आय से संबंधित करोड़ों रुपये के लेनदेन के बारे में उनसे पूछताछ करना चाहते हैं. ईडी की रिमांड याचिका में कहा गया कि उक्त 10 दिनों की हिरासत अवधि में नरेश गोयल से पूछताछ के दौरान और अन्य आरोपियों और गवाहों के बयानों से, अन्य बातों के साथ-साथ यह सामने आया कि जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड (जेआईएल) ने विभिन्न पेशेवरों को अत्यधिक भुगतान किया.

जांच में यह भी सामने आया कि यह भुगतान गोयल के इशारे पर उनके सचिव के माध्यम से हुए थे. याचिका में यह भी कहा गया कि गोयल विमान के पट्टे और खरीद के लिए बातचीत का नेतृत्व कर रहे थे और उन्होंने कंपनी के बोर्ड में एक प्रमुख और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

ईडी ने दावा किया कि अपराध की आय को बीवीआई और जर्सी सहित टैक्स-हेवन देशों में स्थित ट्रस्टों में भेजा गया और संयुक्त अरब अमीरात और लंदन में उनके और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर संपत्तियां हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया गया. ईडी की याचिका के अनुसार, जांच से पता चला कि आरोपियों ने मुंबई में ऊंची कीमत वाली संपत्तियां खरीदीं और बाद में उसे बेच दिया.

जांच एजेंसी ने आगे दावा किया कि पूछताछ के दौरान, गोयल 'अपने द्वारा किए गए गलत कामों के लिए अन्य व्यक्तियों को दोषी ठहराते रहे. ईडी ने अदालत को बताया कि गोयल और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर सैकड़ों बैंक खातों के साथ-साथ जेआईएल, उसकी सहायक कंपनियों और समूह कंपनियों के खातों की भी जांच की जा रही है. ईडी ने कहा कि गोयल भारत और विदेश में बैंक खातों और संपत्तियों का ब्योरा देने से बचते रहे.

गोयल के वकील ने आगे की रिमांड की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि विमानन उद्योग बैंकों की फंडिंग पर चलता है और ऋण को मनी लॉन्ड्रिंग नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि विमानन उद्योग में आर्थिक संकट था, जिसका असर जेट एयरवेज पर पड़ा. यह भी कहा गया कि विमानन एक तकनीकी व्यवसाय है, लेकिन गोयल के पास इसे चलाने का एक दृष्टिकोण था. उनके वकील ने तर्क दिया कि ऋण किसी व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं लिया गया या उपयोग नहीं किया गया.

गोयल ने स्वयं अदालत को संबोधित करते हुए अनुरोध किया कि वह उनके स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी मुद्दों को ध्यान में रखें. 74 वर्षीय गोयल ने अदालत को बताया कि मेरा स्वास्थ्य खराब हो रहा है, मेरी बायपास सर्जरी हुई है. मैं एक उचित अस्पताल में भर्ती होना चाहूंगा. मैं हिलने-डुलने में सक्षम नहीं हूं. मैं इस स्थिति को बर्दाश्त नहीं कर सकता, मैं मर सकता हूं...

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अदालत ने कहा कि ईडी की जांच से संकेत मिलता है कि आरोपियों ने भारत में कंपनियों का एक जाल बनाया, जिसके जरिए गोयल ने कई अचल संपत्तियां हासिल कीं. अदालत ने कहा कि इसके स्रोत का अपराध की आय से संबंध है. यह सब प्रथम दृष्टया इंगित करता है कि ईडी द्वारा पिछले...रिमांड में की गई जांच में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे ने गोयल को 14 सितंबर तक ईडी को हिरासत में भेज दिया, जबकि एजेंसी को निर्देश दिया कि वह उन्हें अपनी दवाएं ले जाने की अनुमति दें और अगर उन्हें किसी भी स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ता है तो बिना किसी देरी के रिपोर्ट करें.

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