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मौैसम विभाग ने महाराष्ट्र सहित कई राज्यों को दी चक्रवात की चेतावनी

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Published : May 12, 2021, 10:08 PM IST

चक्रवात की चेतावनी
चक्रवात की चेतावनी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि 14 मई को अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है. चक्रवात से महाराष्ट्र सहित केरल, कर्नाटक और गोवा के तटों को खतरा होगा. इसके साथ मध्य महाराष्ट्र के इलाके भी इसकी चपेट में आ सकते हैं.

मुंबई : मौसम विभाग ने महाराष्ट्र में चक्रावात आने की संभावना व्यक्त की है. विभाग ने 2021 का पहला चक्रावात अरबी समंदर में आने की आशंका जताई है. इस मामले में मौसम विभाग की अधिकारी शुभांगी भुट्टे ने कहा कि अरब सागर में निम्न दबाव बन रहा है. इससे अरब सागर में तूफान जैसी खतरनाक स्थिति पैदा हो गई है.

उन्होंने कहा कि 16 मई की सुबह तक चक्रवात के बनने की उम्मीद है. उसके दक्षिण पूर्व अरब सागर में उत्तरी -उत्तरी पश्चिमी दिशा में एवं लक्षद्वीप की ओर बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात से महाराष्ट्र सहित केरल, कर्नाटक और गोवा के तटों को खतरा होगा. इसके साथ मध्य महाराष्ट्र के इलाके भी इसकी चपेट में आ सकते हैं.

शुभांगी भुट्टे ने आगे कहा कि इस दौरान तेज हवाओं के साथ साथ तेज मूसलाधार बारिश होने की संभावना है. केरल में अधिकारियों ने कुछ जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

महाराष्ट्र सहित कई राज्यों को दी चक्रवात की चेतावनी

उन्होंने कहा कि 14 मई की सुबह को दक्षिण-पूर्व अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है औ उसके अनुसार 16 मई को पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात आ सकता है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि 14 मई को अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है.

केरल और लक्षद्वीप में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश और तेज. हवाएं चलने का पूर्वनुमान जताया गया है. इस दौरान समंदर भी अशांत रहेगा. मौसम के खराब रहने की वजह से केरल सरकार ने सभी लोगों से केरल आपदा प्रबंधन की ओर से जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है.

आईएमडी ने मछुआरों को गहरे समंदर में नहीं जाने और तट पर लौट आने की सलाह दी है. सरकार ने कहा कि कुछ जिलों के लिए पीले और नारंगी रंग के अलर्ट जारी किए गए हैं.

वहीं, चक्रवात का पूर्वानुमान जताये जाने के बाद गुजरात के मुख्मयंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को एक बैठक की और तटीय जिलों के अधिकारियों को चौकस रहने एवं जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया. अधिकारियों का अनुमान है कि पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात उत्पन्न होने से सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र समेत गुजरात के तटीय भागों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.

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हालांकि इस बात की तत्काल कोई चेतावनी नहीं है कि चक्रवात , यदि उत्पन्न होता है, तो गुजरात पर असर डालेगा.

गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि संभावित चक्रवात, जिसका नाम तौकटे चक्रवात रखा गया है, के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने अधिकरियों को जरूरी निर्देश दिये हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसा अनुमान है कि यदि चक्रवात उत्पन्न होता है तो वह गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्र को प्रभावित करेगा, ऐसे में मुख्यमंत्री ने प्रशासन को लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है.

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