नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे का आज दूसरा दिन है. वह आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार सहित कई नेताओं से मुलाकात करेंगी.
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली थीं. भाजपा के खिलाफ राजनीतिक मोर्चा बनाने की अटकलों पर बनर्जी ने कहा था कि विपक्षी एकता अपने आप आकार ले लेगी.
मीडिया से बात करते हुए, यह पूछे जाने पर कि क्या वह विपक्षी दलों के ऐसे यूनियन का नेतृत्व करेंगी, बनर्जी ने कहा, 'भारत नेतृत्व करेगा और हम उसका अनुसरण करेंगे.'
ममता बनर्जी आशान्वित हैं कि क्षेत्रीय दल भाजपा के खिलाफ राजनीतिक मोर्चा विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा, लोकसभा चुनावों में तीन साल से भी कम समय है और हमें समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. हमें हाथ मिलाना चाहिए और भाजपा से मिलकर लड़ने के लिए तैयारी अभी से शुरू होनी चाहिए.
ममता के करीबी सूत्रों ने बताया कि बनर्जी आज शाम साढ़े चार बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके निवास पर मुलाकात करेंगी. इसके बाद वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एमसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी.
टीएमसी प्रमुख ने मंगलवार को कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की, जो कांग्रेस के शीर्ष बॉस से मिलने के लिए मैदान तैयार करने के एक स्पष्ट प्रयास में थे.
विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस महत्वपूर्ण कारक
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, अगर विपक्षी एकता को वास्तविकता बनाना है, तो कांग्रेस एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक होगी और ममता बनर्जी निश्चित रूप से कांग्रेस को अपने साथ लाने की कोशिश करेंगी. सोनिया गांधी के साथ उनकी मुलाकात बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देश में भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य को आकार दे सकती है.
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तृणमूल नेता ने कहा, मुझे लगता है कि विपक्ष में सभी के लिए यह स्पष्ट है कि 2024 में एक बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव होगा, जो एक बड़ी चुनौती होगी.
(आईएएनएस)