ETV Bharat / bharat

Landslide in Raigad: दूसरे दिन भी राहत और बचाव अभियान जारी, अब तक 16 की मौत

author img

By

Published : Jul 21, 2023, 9:56 AM IST

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में बुधवार को हुए भीषण भूस्खलन के चलते कई घर तबाह हो गए. अलग-अलग एजेंसियों ने आज सुबह भी राहत बचाव अभियान शुरू किया.

Maharashtra Search and rescue operation resumes on second day at Irshalwadi landslide site
महाराष्ट्र में भूस्खलन स्थल पर दूसरे दिन राहत और बचाव अभियान फिर से शुरू हुआ

मुंबई: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में बचाव और तलाश अभियान शुक्रवार सुबह फिर से शुरू हो गया, जहां भारी भूस्खलन के कारण कई घर दब गए और अब तक कम से कम 16 लोगों की जान चली गई. भूस्खलन बुधवार की रात करीब 11 बजे मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर तटीय जिले की खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में हुआ.

अधिकारियों ने बताया कि गांव के कुल 228 निवासियों में से 16 के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 93 निवासियों का पता लगाया जा चुका है. हालाँकि, कुल 119 ग्रामीणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. उन्होंने कहा, इनमें वे लोग भी शामिल हैं जो किसी शादी में शामिल होने या धान की रोपाई के काम से गांव से बाहर गए थे.

अधिकारियों ने कहा कि भूस्खलन के कारण गांव के लगभग 50 घरों में से 17 जमींदोज हो गए. अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने रायगढ़ पुलिस और स्थानीय अधिकारियों की टीमों के साथ सुदूर गांव में दूसरे दिन अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा, 'एनडीआरएफ की कम से कम चार टीमें आज सुबह भूस्खलन स्थल पर पहुंचीं और ऑपरेशन शुरू किया.

ठाणे आपदा प्रतिक्रिया बल (टीडीआरएफ), स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, रायगढ़ पुलिस की टीमें भी ऑपरेशन में लगी हुई हैं.' गुरुवार को बचाव और खोज टीमों ने भूस्खलन से 16 शव बरामद किए, जबकि 21 लोगों को बचाया गया. उन्होंने कहा, 'मृतकों में एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे और 70 साल का एक व्यक्ति शामिल है.' उन्होंने कहा, सात लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. क्षेत्र के कठिन पहाड़ी इलाके के कारण घटनास्थल पर खोज और बचाव कर्मियों को बाधाओं का सामना करना पड़ रहा था, जहां भारी उपकरणों को आसानी से नहीं ले जाया जा सकता था.

ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र: पालघर में भूस्खलन से बाप-बेटी की मौत, चार लोगों को बचाया गया

अधिकारी ने कहा, 'पहाड़ी की चोटी पर लगातार बारिश, कोहरे और तेज हवाओं के कारण खोज और बचाव अभियान में शामिल लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.' अधिकारी ने कहा, पहाड़ी क्षेत्र से इरशालवाड़ी तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है, जहां पक्की सड़क नहीं है. चूंकि गांव में पक्की सड़क नहीं है, इसलिए मिट्टी हटाने वाली मशीनों और खुदाई करने वालों को आसानी से नहीं ले जाया जा सकता है और इसलिए ऑपरेशन मैन्युअल रूप से किया जा रहा है. खराब मौसम के कारण एनडीआरएफ कर्मियों को गुरुवार शाम को भूस्खलन स्थल पर अपना खोज और बचाव अभियान रोकना पड़ा.

(पीटीआई )

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.