भोपाल। मध्य प्रदेश सहित 4 राज्यों में मतगणना रविवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी और दोपहर तक यह साफ हो जाएगा कि मध्यप्रदेश में जनता ने किसे जनादेश दिया है. मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस के प्रत्याशी सहित कुल 2533 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इन उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत को प्रदेश के 5 करोड़ 60 लाख मतदाताओं ने 17 नवंबर को ईवीएम में कैद किया था. मध्य प्रदेश में कमल खिलेगा या सत्ता कमलनाथ के हाथ आएगी इसका फैसला भी हो जाएगा.
काउंटिंग की तैयारी कैसी?: काउंटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. एमपी विधानसभा चुनाव के लिए काउंटिंग प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इस बार काउंटिंग की ड्यूटी में लगे कर्मचारी का पांच बार रेंडमाइजेशन किया जा रहा है. आखिरी रेंडमाइजेशन रविवार को सुबह 5 बजे किया जाएगा. कर्मचारियों को इसके बाद ही पता चलेगा कि वह किस विधानसभा क्षेत्र की किस सीट पर बैठकर काउंटिंग करेंगे. काउंटिंग स्थलों पर धारा 144 लगा दी गई है. मतगणना केंद्र पर किसी को भी मोबाइल, कैलकुलेटर और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाने पर सख्त पाबंदी लगाई गई है.
चुनाव मैदान में 2533 प्रत्याशी, एक ट्रांसजेंडर भी: एमपी विधानसभा चुनाव में इस बार कुल 2533 प्रत्याशी अपनी चुनावी किस्मत आजमाने मैदान में उतरे हैं. इसमें बीजेपी-कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने 181 उम्मीदवार,आम आदमी पार्टी ने 66, सपा के 71 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 1166 है. इस बार विधानसभा चुनाव में एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार भी चुनाव में किस्मत आजमा रहीं हैं. आम आदमी पार्टी ने छतरपुर की बड़ामलहरा सीट से ट्रांसजेंडर चंदा दीदी को टिकट दिया है.
कहां सबसे ज्यादा,कहां सबसे कम प्रत्याशी: एमपी में सबसे ज्यादा 38 उम्मीदवार प्रदेश की अटेर विधानसभा में हैं. यहां चुनाव आयोग को वोट कराने तीन ईवीएम मशीन लगानी पड़ी थी. यही वजह है कि अटेर विधानसभा सीट का रिजल्ट सबसे देर से आ सकता है. जबकि सबसे कम उम्मीदवार ब्यौहारी और अनूपपुर में हैं. इन दोनों सीटों पर 5-5 प्रत्याशी मैदान में हैं.
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5 करोड़ 60 लाख मतदाताओं ने किसे चुना ?
एमपी विधानसभा चुनाव में इस बार युवा और महिला मतदाताओं को गेम चेंजर माना जा रहा है. प्रदेश में 20 से 39 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 86 लाख है. जबकि प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 60 लाख है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1373 है. 75 हजार से ज्यादा पोस्टल बैलेट यानी कर्मचारी हैं.
लाड़ली बहना का किसे मिलेगा आशीर्वाद: बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के पहले लाड़ली बहना योजना लागू की थी. बीजेपी के चुनाव अभियान के केंद्र में मुख्य रूप से यही योजना रही है. देखना होगा की लाड़ली बहनाओं का आशीर्वाद बीजेपी को मिलता है या नहीं. हालांकि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने इस बार केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतारा है. उधर कांग्रेस ने अपने पूरे चुनाव अभियान के दौरान बीजेपी की 18 साल के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों और घोटाले को आधार बनाकर चुनाव लड़ा है.कांग्रेस के लिए एक तरह से यह चुनाव करो या मरो वाला रहा है.