हैदराबाद: दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाला मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन के बाद, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के उपाध्यक्ष किरण कुमार चमाला ने भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही यह बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार के 'ईडी ड्रामा' से पर्दा उठाता है.
चमाला ने कहा, 'भाजपा तेलंगाना के लोगों को दिखाना चाहती है कि वह बीआरएस की 'ए' या 'बी' टीम नहीं है. चूंकि बीआरएस चुनाव हारने जा रही है, इसलिए भाजपा कुछ वोट प्रतिशत हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, लेकिन तेलंगाना के लोग बहुत चतुर हैं. उन्होंने कहा, 'इस तरह की त्वरित कार्रवाई कोई असर नहीं दिखाएगी.'
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी कल्वकुंतला कविता को समन जारी किया. हालांकि, सूत्रों ने सोमवार को कहा कि उनके मंगलवार को एजेंसी के सामने पेश होने की संभावना नहीं है. कविता को मंगलवार को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. इससे पहले पिछले साल सितंबर में प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली शराब नीति मामले की जांच के सिलसिले में के कविता को मार्च में समन जारी किया था.
इससे पहले 13 जनवरी को ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 मामले में अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच में चौथी बार समन जारी किया है और उन्हें 18 जनवरी को जांच में शामिल होने के लिए कहा है. केजरीवाल ने अब तक तीन मौकों पर ईडी द्वारा जारी समन को नजरअंदाज किया है.
उन्होंने 3 जनवरी, 2 नवंबर और 22 दिसंबर के समन को नजरअंदाज किया था. केजरीवाल ने इसे अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया है. ईडी इस मामले में नीति निर्माण को लेकर पहले हुई बैठकों और रिश्वतखोरी के आरोपों जैसे मुद्दों पर केजरीवाल का बयान दर्ज करना चाहता है. ईडी ने इस मामले में अब तक पांच आरोपपत्र दाखिल किए हैं, जिनमें आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसौदिया के खिलाफ आरोप पत्र भी शामिल है.